इंफ्लुएंजा (H3N2) वायरस के लक्षण

अभी अभी तो कोरोना से राहत मिली थी की, आ गया नया वायरस। इंफ्लुएंजा (H3N2) वायरस के लक्षण और उपचार, देखें सबकुछ। यह वायरस सुनने में आ रहा है। इंफ्लुएंजा यह एक वायरल फ्लू है, जो की मरीज के उपरी श्वसन को संक्रमित करता है, जिससे बुखार जैसा महसूस होता है, जो सबसे आम लक्षण भी है। खासी, मतली, उल्टी, गले में खराश, शरीर में दर्द और दस्त भी इस वायरस के अन्य लक्षण है।

इंफ्लुएंजा H3N2 वायरस के बढ़ते मामलों ने लोगो के मन मे चिंता बढ़ा दी है। लोगो के मन में अब यह भी सवाल उठ रहा है कि, यह H3N2 कही कोरोना जैसी महामारी ना बन जाए। तीन साल के बाद अब कोरोना से राहत मिली है, और अब यह H3N2 आ गया। तो कही यह भी बड़ी महामारी ना बने और, तबाही ना फैला दे। हालाँकि एक्सपर्ट ने कहा है कि, इसके बड़े पैमाने पर लहर देखने की उम्मीद नहीं है। उन्होंने सुझाया है कि, सामान्य परिस्थितियों में वायरस जानलेवा नही है।

संकेत और लक्षण:-

इंफ्लुएंजा मे विशेषता अचानक बुखार, खासी ( आम तौर पर सुखी ) , सिरदर्द, मांसपेशीयो और जोड़ो मे दर्द, गंभीर अस्वस्थता, गले मे खराश, सतत नाक बहना यह लक्षण दिखाई देते हैं। खासी गंभीर हो सकती हैं और दो या अधिक सप्ताह तक रह सकती हैं। अधिकांश लोग बुखार और अन्य लक्षणों से एक सप्ताह के भीतर चिकित्सा की आवश्यकता के बिना ठीक हो जाते हैं। लेकिन इंफ्लुएंजा विशेष रूपसे उच्च जोखिम वाले लोगो मे गंभीर बीमारी या मृत्यु का कारण बन सकता हैं।

बिमारिया हल्के से लेकर गंभीर और यहा तक की मृत्यु तक होती हैं। अस्पताल में भर्ती और मृत्यु मुख्य रूप से उच्च जोखिम वाले समूहों में होती हैं। दुनिया भर से इन वार्षिक महामारियों के परिणाम स्वरूप गंभीर बीमारी के लगभग 3 से 5 मिलियन मामले और लगभग 290 000 से 650 000 श्वसन संबंधी मौते होने का अनुमान है।

इंफ्लुएंजा से बचने के उपाय:-

इंफ्लुएंजा यह एक वायरल बीमारी है, यह हवा के साथ तेजी से फैलता है। अगर आपको छिक आ रही है तो, मुह पर रुमाल रखे ताकि, कीटाणु हवा में ना फैले। अगर किसी इंफ्लुएंजा के मरीज को छिक आ रही हो, और उसके मुह पर मास्क ना हो और मुह खुला हो तो हवा के जरिये कीटाणु फैलते है। और एक से होकर दूसरे व्यक्ति तक वह वायरल फैलाते है। किसी से हात मिलना, गले मिलना, भीड़ वाली जगह पर जाना इन सब बातो पर परेज रखे।

फ्लू वायरस ठोस सतह और वस्तुओ पर 2 से 8 घंटे तक जीवित रहता है। अपनी सुरक्षा को ध्यान मे रखते हुए घर या ऑफिस मे काम करते समय सामान्य रूप से अधिक स्पर्श किए जाने वाली वस्तुओ या स्थानों को छूने से पहले संक्रमण रहित पोछे या स्प्रे का एस्टेमाल करे । यदि आप फ्लू से संक्रमित किसी व्यक्ति की देखभाल कर रहे हैं, तो संक्रमण से बचाव के लिए अपने चेहरे पर मास्क लगाकर रखे। संक्रमित व्यक्ति को खासते या छिकते समय मुह ढक लेना चाहिए।

इसके साथ हर साल इंफ्लुएंजा वैक्सीन ( फ्लू टिका) लगवाए। छह माह से कम आयु वाले बच्चो को छोड़कर सभी को हर साल फ्लू टिकाकरण की सलाह दी जाती हैं। यह टिकाकरण हमे सामान्य फ्लू वायरस से बचाता है । अमेरिका की स्वास्थ सुरक्षा एजेंसी CDC के अनुसार यह फ्लू से आपकी सुरक्षा करता है। हालाँकि यह टिका शत प्रतिशत प्रभावी नही होता। यह फ्लू से होने वाले खतरों को 50% से 60% तक ही कम करता है। फ्लू वायरस के टिके को हमारी बाह पर लगाया जाता हैं।

फ्लू इंफ्लुएंजा मे क्या खाना चाहिए:-

बेहतर पोषक तत्व हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं, जिससे हमारे शरीर को वायरस से लड़ने की ताकद मिलती हैं। लेकिन जब हमारा शरीर फ्लू के लक्षणों से कई दिन या सप्ताह भर झुजता है, उस दौरान पौष्टिक आहार हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए और भी आवश्यक होता हैं।

विटामिन B6 और विटामिन B12 हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को ढंग से काम करने मे सक्षम बनाते है। विटामिन B6 प्रोटीन युक्त आहार जैसे- सेम, आलू, पालक और अनाज से मिलता है। मांस, मछली और दूध से हमे विटामिन B12 मिलता है, जो हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है।

इसके अलावा हमे जिंक जैसे खनिज पदार्थ भी खाने चाहिए। खनिज हमे प्रोटीन युक्त आहार देता है। जैसे- सेम, मेवे, मांस और मुर्गी। खास कर यह आहार खासी या बीमारी की हालात में आपको खाने की सलाह दी जाती है। और इसके अलावा चिकन सुप, लहसुन , नारियल पानी, गर्म चाय, शहद, अदरक, हरी सब्जिया यह सभी खाना आवश्यक है।

निष्कर्ष – इंफ्लुएंजा (H3N2) वायरस के लक्षण

इस पोस्ट मे आपने इंफ्यूएंजा H3N2 वायरस के बारे में जाना। जो की तेजी से बढ़ने के मामले सामने आ रहे है। इसलिए हमे सतर्क रहना चाहिए। एक बार कोरोना वायरस से पुरा देश लढ चुका है। वापस वैसी परिस्थिति हम पर ना आए इसलिए खुदका और परिवार का ध्यान रखे।

इंफ्लुएंजा (H3N2) वायरस के लक्षण – FAQs

1) इंफ्यूएंजा वायरस कैसे फैलता है?
इंफ्यूएंजा वायरस कीटाणुओ से फैलता है। कीटाणु एक जगह से दूसरे जगह जाते है, संक्रमंन फैलता है।

2) इंफ्यूएंजा वायरस के लक्षण क्या है?
इंफ्यूएंजा मे बुखार, सर्दी, खासी ( खासकर सुखी खासी) , सिरदर्द, मासापेशीयो और जोड़ो मे दर्द, गंभीर अस्वस्थता, गले में खराश, सतत नाक बहना यह लक्षण होते है।

3) इंफ्यूएंजा से बचने के उपाय
इंफ्यूएंजा यह वायरस हवा के साथ फैलता है। इसलिए किसी भी चीज को छूने से पहले और छूने के बाद हाथ अच्छे से धो ले। Mask का उपयोग करे। हरी सब्जी खाये, ताकि रोग प्रतिकारक क्षमता अच्छी बने रहे। और वायरस से लड़ने की ताकत मिले।

अपने इंफ्लुएंजा (H3N2) वायरस के लक्षण को तो जान लिया है | इसी के साथ आप हमारी यह पोस्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर बने दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता को पड़े।

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