धनतेरस (Dhanteras) के दिन से दिवाली की शुरुआत हो जाती है । धनतेरस को धनत्रयोदशी के रूप में भी मनाया जाता है । इस दिन धनवंतरी, मां लक्ष्मी एवम कुबेर देवता की पूजा की जाती हैं।
माना जाता है कि धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरी का जन्म हुआ था और धनवंतरी देव सभी देवताओं के वैद्य थे , यही कारण है कि इस दिन चिकित्सा जगत में बड़ी बड़ी योजनाओं का आरंभ किया जाता है।
Dhanteras :
धनतेरस (Dhanteras) के दिन सोना , चांदी , बर्तन एवम सिक्कों आदि को खरीदा जाता हैं, साथ ही झाड़ू भी खरीदते है। ये सब खरीदने से मां लक्ष्मी, कुबेर एवम धनवंतरी का घर में प्रवेश होता है । धनतेरस के दिन पूजा करते समय धन , धान्य , सुख , समृद्धि और आरोग्य के लिए कामना की जाती है और अकाल मृत्यु के लिए यम दीपक भी लगाया जाता है । इससे अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है । जब घर के सभी सदस्य घर के अंदर आ जाते है तब यमदीप घर के बाहर , बाहर की तरफ मुंह करके रखा जाता है एवम उस दीपक को अगले दिन विसर्जित कर दिया जाता है । दिया मिट्टी का हो या आटे का चौमुखी दिया होता है।
व्यापार से जुड़े लोग धनतेरस के त्योहार को बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं। फिर चाहे वो व्यापार की कोई मशीन हो या कुछ खरीदना हो या फिर कुछ वाहन, ऐसी वस्तुएं वो इस दिन खरीदना पसंद करतें हैं।
इस दिन 13 अंक का बहुत महत्व है, कहा जाता है की इस दिन जो भी खरीदा जाए उसने 13 गुणा वृद्धि होती है।
इस साल पूरे देश में धनतेरस कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष त्रयोदशी यानि कि 23 अक्टूबर को मनाया जाएगा । वैसे तो धनतेरस को हर साल दिवाली के दो दिन पहले मनाया जाता है लेकिन इस बार कार्तिक अमावस्या को सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है जो की हमारे भारत देश में भी दिखाई देने वाला है और इसका सूतक भी माना जायेगा इसलिए त्रयोदशी 10 नवम्बर को मनाई जाएगी।
धनतेरस का शुभ मुहूर्त कब से कब है?
त्रयोदशी प्रारंभ होगी शनिवार 10 नवम्बर 2023 को शाम 05:25 मिनिट से जिसकी समाप्ति 10 नवम्बर 2023 शाम 06:04 मिनिट पर होगी । 10 नवम्बर 2023 को प्रदोष काल का समय होगा शाम 05:39 मिनिट से 20:14 मिनिट तक क्योंकि धनतेरस के दिन जो पूजा की जाती है वो प्रदोष काल में की जाती हैं।
ध्यान रखें इस दिन राहु काल का भी समय रहेगा , जो शाम 04:30 से 05:20 मिनिट तक रहेगा । राहु काल के समय में कोई भी शुभ कार्य करने से मना किया जाता हैं। ध्यान रखे राहु काल में इस दिन कोई भी खरीदारी न करे वैसे तो पूरे दिन खरीदारी कर सकते है पर राहु काल को छोड़कर और धनतेरस की पूजा प्रारंभ करने से पहले खरीदारी कर ले।
अपने Dhanteras के बारे में तो जान लिया है | इसी के साथ आपको Diwali के बारे में भी पता होना चाहिए। इसके लिए आप हमारी यह पोस्ट Diwali पड़े।
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