नमस्कार दोस्तो, आज का हमारा टॉपिक है, इस साल करवाचौथ का व्रत कब है, करवाचौथ के तिथि और मुहूर्त, करवाचौथ 2025 (Karwa Chauth 2025) ! करवा चौथ की चतुर्थी तिथि 9 अक्टूबर और 10 अक्टूबर को है! इस कारण से करवा चौथ की तारीख पर कन्फ्यूजन है! करवा चौथ व्रत के लिए चंद्रोदयव्यापिनी चतुर्थी महत्वपूर्ण है! चतुर्थी तिथि 9 अक्टूबर को रात 10:54 बजे से शुरू हो रही है, जो 10 अक्टूबर को शाम 7:38 बजे तक है! आइए जानते हैं कि करवा चौथ की सही तारीख क्या है? करवा चौथ पर चांद कब निकलेगा?
इस पोस्ट मे हम नीचे दिए हुए टॉपिक पर बात करेंगे!
1) करवाचौथ का व्रत कब है?
2) करवाचौथ की सही तारीख?
3) करवाचौथ पूजा मुहूर्त
4) करवाचौथ पर चंद्रोदय समय
5) चंद्रमा को अर्घ्य देने का मंत्र
6) करवा चौथ व्रत के नियम
7) करवाचौथ का व्रत विधि क्या होती हैं?
8) पहली बार माता पार्वती ने किया था करवा चौथ का व्रत!
आईये इन सब बातों पर चर्चा करते हैं!
1) करवाचौथ का व्रत कब है? (karwa chauth 2025 date)
करवा चौथ का व्रत कार्तिक संकष्टी चतुर्थी को करते हैं, उस दिन कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि होती है! इस बार चतुर्थी तिथि 9 अक्टूबर और 10 अक्टूबर दो दिन है, इस वजह से करवा चौथ की तारीख पर लोगों में कन्फ्यूजन की स्थिति है! करवा चौथ का व्रत 9 अक्टूबर को रखा जाएगा या फिर 10 अक्टूबर को? इस सवाल ने सुहागन महिलाओं को परेशान कर रखा है! आइए जानते हैं कि करवा चौथ की सही तारीख क्या है? करवा चौथ का व्रत किस दिन रख सकते हैं? करवाचौथ के दिन चाँद कब निकलेगा?
2) करवाचौथ की सही तारीख? (Karwa Chauth 2025 date)
पंचांग से देखा जाए तो करवा चौथ की कार्तिक कृष्ण चतुर्थी तिथि 9 अक्टूबर को रात 10:54 बजे से शुरू हो रही है, जो 10 अक्टूबर को शाम 7:38 बजे तक है! करवा चौथ के व्रत के लिए चतुर्थी तिथि में चंद्रमा का उदित होना यानि चंद्रोदयव्यापिनी चतुर्थी महत्वपूर्ण है! इस आधार पर देखा जाए तो 9 अक्टूबर को चतुर्थी तिथि में चंद्रमा पहले से ही उदित है! उस दिन चंद्रोदय शाम को 07:22 पर तृतीया तिथि में हो रहा है! वहीं 10 अक्टूबर को चंद्रोदय चतुर्थी तिथि के बाद हो रहा है!
ऐसे मे देखा जाए तो चतुर्थी तिथि 9 अक्टूबर को देर रात शुरू हो रही है और चतुर्थी में चंद्रोदय नहीं, जबकि 10 अक्टूबर को उदयातिथि के अनुसार चतुर्थी तिथि सूर्योदय के साथ ही प्राप्त हो रही है, लेकिन चंद्रोदय चतुर्थी तिथि में नहीं हो रहा है! इस दिन भी चंद्रोदयव्यापिनी चतुर्थी तिथि प्राप्त नहीं हो रही है! ऐसी स्थिति में उदयातिथि को मानते हुए करवा चौथ का व्रत 10 अक्टूबर शुक्रवार को रखा जाएगा! उस दिन चंद्रमा अपनी उच्च राशि वृषभ में होगा!
3) करवाचौथ पूजा मुहूर्त (Karwa Chauth 2025 muhurat)
करवा चौथ के दिन व्रती महिलाएं प्रदोष काल में माता गौरी, भगवान शिव और गणेश जी की पूजा करती हैं! इस साल 10 अक्टूबर को करवा चौथ की पूजा का मुहूर्त शाम 5 बजकर 57 मिनट से शाम 7 बजकर 11 मिनट तक है! करवा चौथ की रात लाभ-उन्नति मुहूर्त 09:02 बजे से 10:35 बजे तक है!
4) करवाचौथ पर चंद्रोदय समय
इस साल करवा चौथ पर चांद रात में 08 बजकर 13 मिनट पर निकलेगा! इस समय से महिलाएं चंद्रमा को अर्घ्य देंगी और पारण करके व्रत को पूरा करेंगी!
5) चंद्रमा को अर्घ्य देने का मंत्र
चंद्रमा को अर्घ्य देते समय आपको नीचे दिए गए मंत्र का उच्चारण करना चाहिए!
गगनार्णवमाणिक्य चन्द्र दाक्षायणीपते।
गृहाणार्घ्यं मया दत्तं गणेशप्रतिरूपक॥
6) करवा चौथ व्रत के नियम (karwa chauth vrat katha)
करवा चौथ के दिन सुहागन महिलाएं पति की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए निर्जला व्रत रखती हैं! निर्जला व्रत के शुरू करने से पहले सरगी ग्रहण करते हैं, फिर सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक बिना अन्न और जल के व्रत रखती हैं! शाम की पूजा और चंद्र अर्घ्य के बाद पारण किया जाता है! इस बार महिलाओं को करीब 14 घंटे का निर्जला व्रत रखना होगा!
7) करवाचौथ का व्रत विधि क्या होती हैं? (Karwa Chauth 2025 Vidhi)
महिलाएं इस दिन कठिन व्रत का पालन करती हैं,और विधिवत पूजा-अर्चना कर पति की लंबी आयु, सौभाग्य व सलामती की कामना करती हैं।
छलनी से करती हैं चन्द्रमा और पति का दर्शन:
इस व्रत के अंत में महिलाएं चंद्रमा और अपने पति का प्रत्यक्ष दर्शन न कर छलनी से दर्शन करती हैं। मान्यता है कि छलनी में हजारों छेद होते हैं, जिससे चांद के छेदों की संख्या जितने प्रतिबिंब दिखते हैं। अब छलनी से पति को देखती हैं तो उनकी आयु भी उतनी गुणा बढ़ जाती है।
इस दिन भगवान शिव, भगवान गणेश और कार्तिकेय की भी पूजा होती है, लड़कीं प्रधानता चन्द्रमा की होती है। चंद्रमा को पुरुष रूपी ब्रह्मा का स्वरूप माना जाता है।
8) पहली बार माता पार्वती ने किया था करवा चौथ का व्रत!
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, पहली बार माता पार्वती ने भगवान शिव के लिए यह व्रत रखा था। माता सीता ने भी भगवान श्रीराम के लिए करवा चौथ का व्रत रखा था। तब से सुहागन औरते अखण्ड सौभाग्य हेतु इस व्रत का पालन करती हैं।
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