नमस्कार दोस्तो! आज का हमारा टॉपिक है, बीएससी केमिस्ट्री क्या होता है (BSc chemistry kya hota hai)? बीएससी रसायन विज्ञान या बैचलर ऑफ़ साइंस इन केमिस्ट्री 3 साल का अंडरग्रेजुएट कोर्स है जिसमें 6 सेमेस्टर होते है और इन सभी सेमेस्टर के दौरान छात्रों को पदार्थ के अध्ययन से संबंधित जैसे अकार्बनिक और कार्बनिक रसायन, गुण, संरचना और पदार्थों की संरचना आदि के बारे में पढ़ाया जाता है।
अगर आप भी बीएससी केमिस्ट्री करना चाहते हैं तो इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े। इसमें आपको आपके सभी सवालों के जवाब मिलेंगे।
इस पोस्ट मे ( बीएससी केमिस्ट्री क्या होता है? BSc chemistry kya hota hai?) निम्नलिखित विषयों पर बात करेंगे।
1) बीएससी केमिस्ट्री क्या होता है? (BSc chemistry kya hota hai)
2) बीएससी रसायन विज्ञान कोर्स क्यों करना चाहिए?
3) बीएससी रसायन विज्ञान : कोर्स के Types
4) बीएससी केमिस्ट्री Course : न्यूनतम योग्यता
5) बीएससी केमिस्ट्री Course : एडमिशन प्रक्रिया
6) BSc Chemistry कोर्स : प्रवेश परीक्षा
7) बीएससी रसायन विज्ञान कोर्स के भविष्य में अवसर
8) बीएससी के बाद सैलरी
9) निष्कर्ष
10) FAQs
आईये इन सब विषयों पर विस्तार से बात करते हैं।
1) बीएससी केमिस्ट्री क्या होता है? (BSc chemistry kya hota hai)
बीएससी केमिस्ट्री 3 साल का ग्रेजुएट स्तरीय कोर्स है। बीएससी रसायन विज्ञान कोर्स को छह सेमेस्टर में विभाजित किया गया है जिसमें हर छह महीने के बाद सेमेस्टर परीक्षा होती है। कुछ विश्वविद्यालयों में, यह च्वाइस-बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (CBCS) पर भी आधारित है। बीएससी रसायन विज्ञान कोर्स में अकार्बनिक रसायन विज्ञान, कार्बनिक रसायन विज्ञान, सामान्य रसायन विज्ञान और भौतिक रसायन आदि विषय शामिल हैं।
बीएससी रसायन विज्ञान रसायन विज्ञान की विभिन्न शाखाओं जैसे कि अकार्बनिक रसायन विज्ञान, कार्बनिक रसायन विज्ञान, भौतिक रसायन विज्ञान और विश्लेषणात्मक रसायन विज्ञान के साथ-साथ रसायन विज्ञान, पॉलिमर रसायन विज्ञान और औद्योगिक रसायन और पर्यावरण में विश्लेषणात्मक तरीकों जैसे वैकल्पिक विषयों के अध्ययन पर केंद्रित है।
2) बीएससी रसायन विज्ञान कोर्स क्यों करना चाहिए?
बीएससी रसायन विज्ञान कोर्स करने के प्रत्येक उम्मीदवार के अपने निजी कारण हो सकते है लेकिन यहां आपको कारण दिए गए है कि आपको बीएससी रसायन विज्ञान कोर्स क्यों करना चाहिए:
- बीएससी केमिस्ट्री के तीन वर्ष न केवल रसायन विज्ञान के बारे में बात करते हैं बल्कि अलग-अलग विषयों या एकीकृत विषयों के माध्यम से भौतिकी, गणित और जीव विज्ञान जैसे अन्य विषयों के बारे में भी समझाते है।
- इस कोर्स में उम्मीदवारों को उन सभी बुनियादी अवधारणाओं की समझ मिलेगी जो उन्होंने स्कूल में पढ़ी हैं, उन विषयों के गहन ज्ञान के साथ-साथ रसायन विज्ञान के नए आयामों की समझ भी विकसित होगी।
- यह कोर्स बायोकैमिस्ट्री, अर्थ साइंस, इंडस्ट्रियल साइंस और फार्माकोलॉजी आदि जैसे विषयों के माध्यम से रसायन विज्ञान और अन्य विषयों का कनेक्शन भी प्रदान करेगा।
- रसायन विज्ञान, हमारे दैनिक जीवन में काम करने वाले रसायन को समझने में भी मदद करता है और कोर्स पूरा करने के लिए बेहतर पैकेज पर नौकरी भी प्रदान करता है।
3) बीएससी रसायन विज्ञान : कोर्स के Types (bsc chemistry course details)
बीएससी रसायन विज्ञान को उम्मीदवार अपनी जीवनशैली के अनुसार फुल-टाइम या डिस्टेंस मोड में कर सकते है:
बीएससी रसायन विज्ञान रेगुलर एजुकेशन :
बीएससी रसायन विज्ञान कोर्स को अधिकतम कॉलेज एंव विश्वविद्यालय रेगुलर मोड में कराते है। जिनमें वह उम्मीदवार जो इस कोर्स की न्यूनतम योग्यता को पूरा करते है वह मेरिट या प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन ले सकते है।
बीएससी रसायन विज्ञान डिस्टेंस एजुकेशन :
भारत में, एनएसओयू, इग्नू, नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी, आचार्य नागार्जुन आदि जैसे संस्थान हैं जो डिस्टेंस माध्यम से बीएससी रसायन विज्ञान कोर्स करने की सुविधा देते हैं। इस कोर्स के लिए औसत फीस 12,000 से 25,000 प्रति वर्ष के बीच है। डिस्टेंस कोर्स की न्यूनतम योग्यता रेगुलर कोर्स के समान ही है कि उम्मीदवारों को उनके द्वारा अध्ययन किए गए विषय के रूप में रसायन विज्ञान के साथ विज्ञान वर्ग में न्यूनतम 40% अंकों के साथ 12वीं उत्तीर्ण होना चाहिए।
4) बीएससी केमिस्ट्री Course : न्यूनतम योग्यता
- उम्मीदवारों को बीएससी रसायन विज्ञान कोर्स में एडमिशन के लिए भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के साथ किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वी परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। साथ ही कुछ संस्थान छात्रों से 12वी स्तर पर न्यूनतम 40% अंको की भी उम्मीद करते है।
- भारत में कुछ ऐसे भी संस्थान है जो एडमिशन के लिए आरक्षित छात्रों को 5% की छूट प्रदान करते है। इसके अलावा अगर आप भारत के शीर्ष कॉलेज से बीएससी रसायन विज्ञान कोर्स करना चाहते है तो आपको प्रवेश परीक्षा से गुजरना होगा।
5) बीएससी केमिस्ट्री Course : एडमिशन प्रक्रिया
बीएससी रसायन विज्ञान में एडमिशन दो तरह से होता है:
मेरिट-आधारित एडमिशन: एडमिशन के इस तरीके में, संस्थान छात्रों के 12वी के अंको के आधार पर एक मेरिट सूची तैयार करते हैं। इच्छुक उम्मीदवारों को संस्थानों द्वारा तय किए गए कट-ऑफ अंक को पार करना होगा। मेरिट के आधार पर एडमिशन प्रदान करने वाले कुछ कॉलेज हंस राज कॉलेज, रामजस कॉलेज, हिंदू कॉलेज, माउंट कार्मेल कॉलेज, फर्ग्यूसन कॉलेज और पूरे भारत में कई और संस्थान शामिल हैं।
प्रवेश परीक्षा आधारित एडमिशन: बीएससी रसायन विज्ञान के लिए एडमिशन प्रदान करने का यह दूसरा तरीका है। कुछ संस्थान उनके द्वारा ली गई प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन प्रदान करते हैं। जिनमें बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, क्राइस्ट विश्वविद्यालय और पंजाब विश्वविद्यालय जैसे संस्थान शामिल हैं।
6) BSc Chemistry कोर्स : प्रवेश परीक्षा
BSc केमिस्ट्री में प्रवेश परीक्षाओं के माध्यम से भारत में विभिन्न प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है। यह परीक्षा विज्ञान विषयों जैसे जीवविज्ञान, केमिस्ट्री और भौतिकी का अध्ययन करने वाले छात्रों के लिए है। BSc केमिस्ट्री के अभ्यर्थी प्रवेश परीक्षा की स्कोर के आधार पर उन विश्वविद्यालयों का चयन कर सकते हैं जिनमें वे एडमिशन प्राप्त करना चाहते हैं।
@ प्रमुख BSc केमिस्ट्री प्रवेश परीक्षाएँ
- BHU UET: बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न ग्रेजुएशन डिग्री कोर्सेस के लिए BHU UET प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है इसलिए इसके माध्यम से आप बीएचयू में एडमिशन ले सकते है।
- CUET: क्राइस्ट विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा एक विश्वविद्यालय स्तरीय परीक्षा है जो वर्ष में दो बार आयोजित की जाती है। छात्र इस परीक्षा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं।
- Calcutta University Entrance Exam: कलकत्ता विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा एक विश्वविद्यालय स्तरीय परीक्षा है जो हर साल आयोजित की जाती है और विभिन्न कोर्स में एडमिशन प्रदान करती है। छात्रों को परीक्षा के लिए पहले पात्रता मानदंडों की समीक्षा करनी होती है।
- PU CET: पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ द्वारा आयोजित पंजाब विश्वविद्यालय सामान्य प्रवेश परीक्षा (PU CET) राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा है जिसमें ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्सेज में एडमिशन लिया जा सकता है। PU CET UG ग्रेजुएशन ग्रेजुएशन कोर्स के लिए है, जबकि PU CET PG पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में एडमिशन के लिए आयोजित की जाती है।
7) बीएससी रसायन विज्ञान कोर्स के भविष्य में अवसर (courses after bsc chemistry)
भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से बीएससी रसायन विज्ञान कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों के पास उच्च शिक्षा और करियर के अवसरों के मामले में कई विकल्प हैं। जहां उम्मीदवार बायोकैमिस्ट्री, केमिस्ट्री, बायोटेक्नोलॉजी, डेटा एनालिटिक्स, फार्मेसी इत्यादि जैसे संबंधित क्षेत्रों में मास्टर्स या एमएससी या एम.टेक कोर्स के लिए जा सकते हैं।
इसके अलावा उम्मीदवार नौकरी का विचार कर सकता है जहां अलग-अलग जॉब प्रोफाइल में अलग-अलग सैलरी पैकेज होते हैं और यह रिक्रूटर्स पर भी निर्भर करता है। बीएससी केमिस्ट्री पूरा करने के बाद अलग-अलग कंपनियों में बायोमेडिकल केमिस्ट, केमिस्ट, लैब केमिस्ट, केमिकल एसोसिएट, एनालिटिकल केमिस्ट, फोरेंसिक केमिस्ट, क्वॉलिटी कंट्रोलर पदों पर काम कर सकते हैं।
8) बीएससी के बाद सैलरी (bsc chemistry salary)
भारत के किसी भी शीर्ष बीएससी रसायन विज्ञान कॉलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद छात्र प्रति वर्ष 6 से 7 लाख रुपये के औसत वेतन पैकेज के साथ एक अच्छी नौकरी प्रोफ़ाइल में काम कर सकता है।
9) निष्कर्ष – BSc chemistry kya hota hai
इस पोस्ट मे हमने बीएससी केमिस्ट्री क्या होता है?(BSc chemistry kya hota hai?) इस टॉपिक पर पूरी जानकारी दी है। इसमें हमने आपको 12 वी के बाद बीएससी केमिस्ट्री कैसे करे, बीएससी केमिस्ट्री मे कौन कौनसे विषय होते हैं, प्रवेश प्रक्रिया और अन्य कई विषयों पर विस्तार से बताया है।
उम्मीद है कि आपको यह पोस्ट (BSc chemistry kya hota hai) पसंद आई होंगी। इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे, ताकि जो अभ्यर्थी बीएससी केमिस्ट्री करना चाहते हैं, उन लोगों तक यह पोस्ट पहुँच सके, और उनको मदद हो सके।
अपने BSc chemistry kya hota hai? तो जान लिया है | इसी के साथ आप हमारी यह पोस्ट BCA kya hai? पड़े।
10) FAQs ( BSc chemistry kya hota hai)
1) बीएससी केमिस्ट्री कितने साल का कोर्स होता है?
बीएससी केमिस्ट्री 3 साल का अंडरग्रेजुएट कोर्स होता है।
2) बीएससी केमिस्ट्री मे कितने सेमिस्टर होते हैं?
बीएससी केमिस्ट्री मे 6 सेमिस्टर होते है।
3) बीएससी केमिस्ट्री के बाद मास्टर कोर्स में क्या विकल्प है?
भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से बीएससी रसायन विज्ञान कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों के पास उच्च शिक्षा और करियर के अवसरों के मामले में कई विकल्प हैं। जहां उम्मीदवार बायोकैमिस्ट्री, केमिस्ट्री, बायोटेक्नोलॉजी, डेटा एनालिटिक्स, फार्मेसी इत्यादि जैसे संबंधित क्षेत्रों में मास्टर्स या एमएससी या एम.टेक कोर्स के लिए जा सकते हैं।
4) बीएससी केमिस्ट्री के बाद कितनी सैलरी मिल सकती हैं?
भारत के किसी भी शीर्ष बीएससी रसायन विज्ञान कॉलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद छात्र प्रति वर्ष 6 से 7 लाख रुपये के औसत वेतन पैकेज के साथ एक अच्छी नौकरी प्रोफ़ाइल में काम कर सकता है।
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