नमस्कार दोस्तों, (HMPV वायरस क्या है?) हम सबको पता है कि, 2019 मे भारत में कोरोना बहुत तेजी से फैला था। वैसे ही अभी कुछ खबरे आ रही हैं, जिसमे भारत में HMPV वायरस के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिली है और इसने स्वास्थ्य विभागों की चिंता बढ़ा दी है। लेकिन चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है। कोरोना महामारी का डर हमारे दिमाग में इतना गहरा हो गया है कि किसी भी संक्रामक बीमाारी की तुलना हम सीधे कोविड-19 से ही करने लगते हैं। यह स्वाभाविक भी है, क्योंकि कोरोना काल के दौरान, अपनों को आंखों के सामने जीने की उम्मीद छोड़ते देख लोग सहम गए थे, स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए दर-दर भटकने की पीड़ा इतनी जल्दी कहां से कोई भूल सकता है। ऑक्सीजन सिलेंडर की मारामारी से लेकर अस्पताल में बेड नहीं मिलने तक, सब झेल चुके लोगों को, वायरस का नाम सुनते ही एक नजर में सब कोरोना काल दिखाई दे जाता है। लेकिन HMPV वायरस के साथ ऐसा नहीं है। देश के सबसे बड़े शोध संस्थान भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने लोगों के लिए एक बड़ी राहत कि खबर दी है। इसमें बतााय गया है कि HMPV की सक्रियता ठंड के दिनों में ज्यादा होती है और तापमान में बढ़ोतरी होने के साथ फरवरी- मार्च से इसका प्रभाव कम होने लगता है।
HMPV के बारे में कुछ टॉपिक पे बात करेंगे।
आईये इन सब विषयों पर विस्तार से बात करते हैं।
1) HMPV का फूल फॉर्म (HMPV ka full form )
HMPV का फूल फॉर्म Human Metapneumovirus ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस है।
2) HMPV वायरस क्या है?
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस कोई नया वायरस नहीं है। HMPV वायरस का मामला पहली बार 2001 में ही पाया गया था, और यह कई सालों से देश-दुनिया में फैल रहा है। HMPV और कोरोना दोनों ही ऐसे वायरस हैं जिससे सांस संबंधी परेशानियों होती है। HMPV वायरस न्यूमोविरिडे वायरस के परिवार से हैं। इसके ज्यादातर लक्षण रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस(RSV) की तरह होते हैं। HMPV भारत में होने वाला एक आम वायरस है, जिसके मामले हर साल देखने को मिलते हैं।
3) HMPV वायरस के लक्षण क्या है? (symptoms of hmpv virus)
HMPV वायरस के लक्षण कोरोना के लक्षणों से मिलते जुलते हैं। यह सर्दी और फ्लू के जैसे होते है। HMPV के लक्षण निम्नलिखित है:-
- सांस लेने में परेशानी
- खांसी
- सर्दी-जुकाम
- गला खराब होना
- कमजोरी और थकान
4) HMPV वायरस कैसे फैलता है?
सीडीसी के अनुसार, HMPV हवा से फैलने वाला वायरस है, जो खांसने या छींकने से निकलने वाले ड्राप्लेट्स, स्पर्श करने, संक्रमित व्यक्ति के नजदीकी संपर्क, दुषित सतहों को छूने, हाथ मिलाने, आंख-नाक को छूने इत्यादि से फैलता है। यह वायरस किसी सतह पर बहुत देर तक जीवित रह सकता है, और कोई व्यक्ति उस अंतराल में सतह को छूने के बाद आंख, नाक, मुंह को छूता है तो वह संक्रमित हो सकता है।
5) HMPV वायरस का उपचार क्या है?
HMPV वायरस आपके शरीर में 2 से 5 दिनों तक रह सकता है। इसके लिए अभी कोई विशिष्ट उपचार मौजूद नहीं है। इसके लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है। आमतौर पर डॉक्टर आपको निम्नलिखित उपचार करने की सलाह दे सकते हैं:-
- शरीर को डिहाइड्रेट होने से बचाने के लिए ज्यादा मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करें।
- पर्याप्त नींद लें।
- जितना हो सके आराम करें।
- दर्द और बुखार से राहत पाने के लिए कोई भी दवा डॉक्टर से परामर्श करने के बाद ही लें।
- यदि सांस लेने तकलीफ है तो ऑक्सीजन थेरेपी की सहायता लें।
- यदि खांसी की समस्या है तो डॉक्टर से परामर्श के बाद खांसी की दवा ले सकते हैं।
6) HMPV वायरस से बचने के क्या उपाय हैं?
HMPV वायरस से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय किया जा सकता है:-
- वायरस से संक्रमित व्यक्ति से पर्याप्त दूरी बनाकर रखें।
- समय समय पर हाथ धोते रहें।
- खांसने या छींकते समय मास्क का इस्तेमाल करें।
- इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए सही खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
- भीड़ जमा होने वाली जगहों पर जाने से बचें।
7) सारांश (HMPV वायरस क्या है?)
HMPV वायरस एक तरह का श्वसन वायरस है, जिससे संक्रमित होने पर श्वसन तंत्र प्रभावित होता है। इसके सामान्य लक्षणों में सर्दी-खांसी, सांस लेने में तकलीफ, बुखार, गला खराब होना, कमजोरी, थकान इत्यादि है। कुछ मामलों में यह गंभीर श्वसन समस्याएं भी उत्पन्न कर सकता है। इससे बचाव के लिए संक्रमित व्यक्ति से पर्याप्त दूरी बना कर रहें, समय समय पर हांथ धोते रहें, भीड़ वाली जगह पर जाने से बचें, इत्यादि।
HMPV वायरस का अभी कोई विशिष्ट इलाज नहीं मिला है। इसके उपचार में लक्षणों को नियंत्रित किया जाता है।
8) FAQs (HMPV वायरस क्या है?)
1) HMPV का फूल फॉर्म क्या है?
HMPV का फूल फॉर्म Human Metapneumovirus ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस है।
2) HMPV वायरस के लक्षण क्या है?
HMPV के लक्षण निम्नलिखित है:-
* सांस लेने में परेशानी
* खांसी
* सर्दी-जुकाम
* गला खराब होना
* कमजोरी और थकान
3) HMPV वायरस से बचने के क्या उपाय हैं?
HMPV वायरस से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय किया जा सकता है:-
* वायरस से संक्रमित व्यक्ति से पर्याप्त दूरी बनाकर रखें।
* समय समय पर हाथ धोते रहें।
* खांसने या छींकते समय मास्क का इस्तेमाल करें।
* इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए सही खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
* भीड़ जमा होने वाली जगहों पर जाने से बचें।
4) HMPV वायरस कैसे फैलता है?
सीडीसी के अनुसार, HMPV हवा से फैलने वाला वायरस है, जो खांसने या छींकने से निकलने वाले ड्राप्लेट्स, स्पर्श करने, संक्रमित व्यक्ति के नजदीकी संपर्क, दुषित सतहों को छूने, हाथ मिलाने, आंख-नाक को छूने इत्यादि से फैलता है। यह वायरस किसी सतह पर बहुत देर तक जीवित रह सकता है, और कोई व्यक्ति उस अंतराल में सतह को छूने के बाद आंख, नाक, मुंह को छूता है तो वह संक्रमित हो सकता है।
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