नमस्कार दोस्तो! आज का हमारा टॉपिक है, RAW Agent Kaise Bane? विश्व में सभी देशो ने अपनी सुरक्षा के लिए बहुत ही कड़े इंतजाम कर रखे है। अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी देशो की अपनी एक खुफिया एजेंसी होती हैं। उन्ही खुफिया एजेंसी से देश से जुड़ी जानकारीयो को देश से बाहर जाने से रोका जाता है, और दूसरे देशो से खुफिया जानकारी एकत्रित की जाती हैं।इन्ही प्रबंधों से देश में होने वाले किसी भी तरह के हमले को रोका जाता है, और देश को हानि पहुँचने से बचाया जाता है।
इसी तरह हमारे भारत की खुफिया एजेंसी का नाम रॉ ( RAW) एजेंसी है। जो हर समय सतर्क रहती है, और देश की सुरक्षा करती हैं। आप भी यदि रॉ एजेंसी एजेंट बनना चाहते हैं तो यह पोस्ट अंत तक पढ़े, इसमें हम आपको रॉ एजेंट बनने के लिए कौन कौन सी योग्यताएँ जरूरी है, रॉ एजेंट की जिम्मेदारिया, रॉ एजेंट बनने के लिए कौनसी एक्जाम दे, रॉ एजेंट की सैलरी और अन्य कई विषयों पर बताने वाले है।
इस पोस्ट मे ( RAW Agent Kaise Bane? ) निम्नलिखित विषयों पर बात करेंगे।
1) रॉ का फूल फॉर्म (Raw agent full form)
2) रॉ का इतिहास
3) रॉ एजेंट के काम
4) रॉ एजेंट बनने के लिए योग्यताएँ (Raw agent eligibility)
5) रॉ एजेंट कैसे बने? (How to become a raw agent)
6) चयन प्रक्रिया
7) रॉ एजेंट बनने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी
8) रॉ एजेंट आवेदन प्रक्रिया
9) रॉ मे सीधा नियुक्तिया कैसे होती हैं?
10) रॉ कैसे ज्वॉईन करे?
11) रॉ एजेंट की सैलरी (Raw agent salary)
12) निष्कर्ष
13) FAQs
आईये इन सब विषयों पर विस्तार से बात करते हैं।
1) रॉ का फूल फॉर्म (Raw agent full form)
रॉ का फुल फॉर्म ” Research and Analysis Wing” होता है। हिंदी में रॉ का मतलब ” अनुसंधान और विश्लेषण विंग ” होता है। रॉ एजेंट भारत की अंतरराष्ट्रीय खुफिया एजेंसी अथवा एक गुप्तचर संस्था है। जिसे भारत के पड़ोसी देशों पर निगरानी रखने के लिए और उनकी सभी खुफिया जानकारी हासिल करने के लिए बनाया गया है। ताकि इस खुफिया एजेंसी से भारत देश को अन्य देशों के हमलो से बचाया जा सके।
2) रॉ का इतिहास (history of raw agent)
रॉ की स्थापना 21 सितंबर 1968 को भारत- चीन युध्द और भारत पाकिस्तान युध्द के बाद किया गया था। क्योकि उस युध्द मे भारत अच्छे से कार्य नही कर पाया था, इसलिए जब इंदिरा गाँधी की सरकार को भारत की सुरक्षा की चिंता हुई तब उन्होंने रॉ एजेंसी के जरूरत को महसूस किया। और तभी इस एजेंसी को शुरू किया गया।
3) रॉ एजेंट के काम (Raw agent work)
एक रॉ एजेंट का काम बहुत जिम्मेदारि वाला होता है, भारत के आसपास के देशों मे राजनैतिक और सैन्य विकास की निगरानी करने एवं अन्य महत्वपूर्ण उद्देश्यों को पुरा करने के लिए जिम्मेदार है। जैसे कि-
- विदेशी खुफिया जानकारी इकट्ठा करना।
- काउंटर प्रसार करना।
- देश के परमाणु कार्यक्रम को सुरक्षित करना।
- देश में नीति निर्माताओं को सलाह देना।
- देश में होने वाले आंतरिक एवं बाहरी आक्रमण को विफल करना।
- आतंकवाद विरोधी अभियानों का संचालन करना।
4) रॉ एजेंट बनने के लिए योग्यताएँ (Raw agent eligibility)
- रॉ एजेंट बनने के लिए उम्मीदवार किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से स्नातक ( ग्रेजुएशन) उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
- इंटरनेट मे गति और आनस्टारिंग आदि में निपुनता हो।
- कंप्यूटर हैकिंग , और विशेष कार्य कौशल्य आवश्यक है।
- उम्मीदवार भारत का नागरिक होना चाहिए।
- आवेदक की अंग्रेजी भाषा में अच्छी पकड़ होनी चाहिए।
- उम्मीदवार को कंप्यूटर भाषा और कंप्यूटर ओपरेशन का ज्ञान होना चाहिए।
- आवेदक का किसी भी प्रकार का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नही होना चाहिए।
- उम्मीदवार को किसी भी तरह के नशे की आदत ना हो।
- आवेदक शारीरिक और मानसिक रूप से फिट होना चाहिए।
- आवेदक अवैवाहिक होना चाहिए।
5) रॉ एजेंट कैसे बने? (Raw agent kaise bane)
रॉ एजेंट बनने के लिए कोई डायरेक्ट भर्ती नही होती। इसलिए आप रक्षा क्षेत्र या भारतीय सिविल सेवा विभाग में शामिल हो कर इन विभागों में आयोजित परीक्षाओं में सफल होने के बाद आपको एक इंटरव्यू देना होता है। फिर जब आप इंटरव्यू में सफल हो जाते हो , तो आपको रॉ विभाग में शामिल कर लिया जायेगा।
रॉ एजेंट बनने के लिए डिप्टी फील्ड ऑफिसर , कैबिनेट सेक्रेटरी और गोवर्नमेंट ऑफ इंडिया में फॉर्म भर सकते है। इसके अलावा आप नेशनल अकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन की इंट्रांस एक्जाम देकर भी रॉ मे भर्ती हो सकते हैं। यह इंट्रांस एक्जाम SSC द्वारा आयोजित की जाती हैं।
इसके अलावा सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे विद्यार्थी को भी रॉ एजेंसी मे चुना जाता हैं। सिविल सर्विस का कोर्स खत्म होते ही रॉ की टीम कैंपस रिक्रूटमेंट के लिए इस संस्था मे आती हैं, कुछ मनोवैज्ञानिक परीक्षण के बाद उम्मीदवार को दो साल की ट्रेनिंग दी जाती हैं, और परफॉर्मांस को देखने के बाद रॉ मे शामिल किया जाता है।
6) चयन प्रक्रिया (Raw agent selection process)
रॉ मे दाखिल होने के लिए आपको तीन परीक्षाओं से गुजरना पड़ता है। लिखित परीक्षा , साक्षात्कार, मेडिकल परीक्षा ।
सबसे पहले लिखित परीक्षा होती हैं, जिसे पास करने के बाद साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है, साक्षात्कार मे सफल होने वाले उम्मीदवार का मेडिकल टेस्ट होता है। इन सभी पदावो को पार करने वाले उम्मीदवार की नियुक्ति रॉ एजेंट के तौर पर होती हैं।
7) रॉ एजेंट बनने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी
- रॉ एजेंट बनने के लिए आपका कोई भी आपराधिक रिकॉर्ड नही होना चाहिए।
- आवेदक को किसी भी प्रकार के नशे की लत ना हो।
- इस पद पर कार्यरत अधिकारी को विदेशो की यात्रा भी करनी पड़ती है।
- रॉ एजेंट बनने के लिए आपके पास हुनर और खास कौशल्य होना चाहिए।
8) रॉ एजेंट आवेदन प्रक्रिया
रॉ एजेंसी की कोई भी वेबसाईट बनाई गई नही है, इसलिए सरालतापूर्वक उनका एजेंट बनना मामूली बात नहीं है। हालाँकि वही उप क्षेत्र अधिकारी , कैबिनेट सचिवालय, भारत सरकार के रूप में जारी की गई नौकरियो को आर एंड ए डब्ल्यू के लिए भर्ती के रूप में कहा गया है।
9) रॉ मे सीधा नियुक्तिया कैसे होती हैं?
रॉ मे नियुक्ति डिप्टी फील्ड ऑफिसर , कैबिनेट सेक्रेटरी और गोवर्नमेंट ऑफ इंडिया के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही नेशलन अकादमी ऑफ एडमिनीस्ट्रेशन से एक्जाम देकर भी शामिल होने के लिए कामयाबी हासिल कर सकते हैं। वही उसके अंतर्गत होने वाली सभी परीक्षाएं SSC द्वारा आयोजित की जाती हैं।
सिविल सर्विस की एक्जाम द्वारा
टैलेंटेड छात्रों को चयनित करने के लिए रिसर्च एंड एनालिसिस ने एक नया प्रोग्राम बनाया है। वही जो अभ्यर्थी लाल बहादुर शास्त्री नेशनल अकादमी ऑफ एडमिनीस्ट्रेशन से सिविल सर्विसेस की पढाई करने मे लगे हुए है, उन अभ्यर्थियों का भी रॉ मे चयन किया जाता हैं। इसके बाद जब उनका पाठ्यक्रम पुरा हो जाता हैं, तो फिर रॉ की टीम कैम्पस रिक्रूटमेंट के लिए संस्था से बुलाई जाती हैं, जिसके बाद पहले तो उस टीम का सायकोलॉजीकल टेस्ट लिया जाता हैं, उसके बाद कैंडिटेड को ट्रेनिंग के लिए एक साल तक भेजा जाता हैं। इसके ट्रेनिंग मे सफल होने वाले अभ्यर्थियों का चयन रॉ मे होता है।
डिफ़ेंस के माध्यम से दाखिला
कुछ अभ्यर्थी सिविल सर्विसेज की परीक्षाओं मे सफल नहीं हो पाते। तो ऐसे अभ्यर्थी डिफ़ेंस सर्विसेज के माध्यम से रॉ मे आसानी से प्रवेश लेने मे कामयाब हो सकते हैं।
इंतिलिजेंस ब्यूरो ( IB) के माध्यम से
इंटेलिजेंस ब्यूरो मे SA या ACIO की सीधी भर्ती या आयोजन किया जाता हैं, जिसमें आप रॉ मे प्रवेश लेने के लिए सफल हो सकते हैं।
10) रॉ कैसे ज्वॉईन करे?
अगर आप सिविल सर्विसेज की परीक्षा क्लियर नही कर पा रहे हैं, तो आप डिफ़ेंस सर्विस के द्वारा भी रॉ एजेंट बन सकते है। आप आर्म फोर्स या सिविल सर्विस में कुछ साल नौकरी करने के बाद रॉ के लिए कोशिश कर सकते हैं। इसके अलावा आप IB के द्वारा भी रॉ मे जा सकते है।
IB मे SA या ACIO के लिए सीधी भर्ती होती हैं। रॉ मे भर्ती होने का कोई भी सीधा तरीका नही है। इसका सबसे सीधा और सबसे अच्छा तरीका UPSC की परीक्षा पास कर , या IPS या IFS पद पर कार्यरत हो जाए। रॉ मे IPS या आर्म फोर्स के अधिकारी ही नियुक्त किए जाते हैं।
रॉ एजेंट को शुरुआत में कुछ बेसिक ट्रेनिंग दी जाती हैं, जिसमे विदेशी भाषा से लेकर कुछ खुफिया एजेंसी जैसे – ISI आदि द्वारा चलाए गए अभियानों के बारे में बताया जाता हैं।
इसके अलावा ट्रेनिंग मे स्पेस प्रोद्योगिकी , सूचना प्रौद्योगिकी, वित्तीय और आर्थिक सूचना , ऊर्जा सुरक्षा और वैज्ञानिक सूचना से अवगत कराया जाता हैं।
11) रॉ एजेंट की सैलरी (Raw agent salary)
रॉ एजेंसी खुफिया एजेंसी होने के कारण इसमें जिम्मेदारियां बहुत होती हैं, परंतु इसमें काम करने वाले एजेंट को अच्छा वेतन भी दिया जाता हैं।
इसमें आपको महीने के 1 लाख रुपये तक मिल सकते हैं।
12) निष्कर्ष – How to become a raw agent?
इस पोस्ट मे हमने RAW Agent Kaise Bane? इस टॉपिक पर पूरी जानकारी दी है। इसमें हमने आपको रॉ का फूल फॉर्म, रॉ का इतिहास, रॉ एजेंट के काम, रॉ एजेंट बनने के लिए योग्यताएँ, रॉ एजेंट कैसे बने, चयन प्रक्रिया, रॉ एजेंट बनने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी, रॉ एजेंट आवेदन प्रक्रिया, रॉ मे सीधा नियुक्तिया कैसे होती हैं, रॉ कैसे ज्वॉईन करे, रॉ एजेंट की सैलरी इन सब विषयों पर विस्तार से बताया है।
उम्मीद है कि आपको यह पोस्ट पसंद आई होगी। इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे, ताकि जो अभ्यर्थी रॉ एजेंट बनना चाहते है, उन लोगों तक यह पोस्ट पहुँच सके और उनको उनका सपना पूरा करने मे मदद हो सके।
अपने RAW Agent Kaise Bane? तो जान लिया है | इसी के साथ आप हमारी यह पोस्ट loco pilot kaise bane? पड़े।
13) FAQs ( RAW Agent Kaise Bane?)
1) RAW का फुल फॉर्म क्या होता है?
RAW का फुल फॉर्म ” Research and Analysis Wing” होता है।
2) रॉ को हिंदी में क्या कहा जाता हैं?
हिंदी में रॉ का मतलब ” अनुसंधान और विश्लेषण विंग ” होता है।
3) रॉ एजेंट बनने के लिए योग्यता क्या है?
रॉ एजेंट बनने के लिए उम्मीदवारों को सिविल सर्विस या आर्म फोर्स मे 20 साल का अनुभव होना चाहिए। अन्य मानदंड मे उम्मीदवार का देश का नागरिक होना आवश्यक है, साथ ही उम्मीदवार का कोई क्रिमिनल रिकॉर्ट नही होना चाहिए और वह नशे का आदि नही होना चाहिए।
4) रॉ एजेंट की सैलरी कितनी होती हैं?
रॉ एजेंसी खुफिया एजेंसी होने के कारण इसमें जिम्मेदारियां बहुत होती हैं, परंतु इसमें काम करने वाले एजेंट को अच्छा वेतन भी दिया जाता हैं।
इसमें आपको महीने के 1 लाख रुपये तक मिल सकते हैं।
5) रॉ की स्थापना कब हुई थी?
रॉ की स्थापना 21 सितंबर 1968 को हुई थी।
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