नमस्कार दोस्तो! आज का हमारा टॉपिक है, बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी कोर्स क्या है? (Bachelor of physiotherapy kya hota hai) को शॉर्ट फॉर्म में बीपीटी भी कहते है। जो उम्मीदवार फिजियोथेरेपिस्ट के रूप में अपना करियर बनाना चाहते हैं, वे बीपीटी कोर्स कर सकते हैं। पाठ्यक्रम शारीरिक गति, पोस्ट-फ्रैक्चर चोट या पुराने दर्द, कूल्हे के दर्द आदि के गहन अध्ययन से संबंधित है। शारीरिक गति और शरीर की कार्यात्मक क्षमता को बनाए रखने के लिए कई लोग फिजियोथेरेपी का उपयोग करते हैं।
अगर आप भी फिजियोथेरेपी कोर्स करना चाहते हैं, तो इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े। अंत में आपको आपके सभी सवालों के जवाब प्राप्त होंगे।
इस पोस्ट मे (Bachelor of physiotherapy kya hota hai?) निम्नलिखित विषयों पर बात करेंगे।
आईये इन सब विषयों पर विस्तार से बात करते हैं।
1) बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी क्या है? (bachelor of physiotherapy kya hota hai)
बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी या बीपीटी एक अंडरग्रेजुएट कोर्स है जो मानव शरीर की संरचना से संबंधित है। इस कोर्स की अवधि चार वर्ष है और एक बार कार्यक्रम की अवधि समाप्त हो जाने के बाद, छात्रों को छह महीने की इंटर्नशिप पूरी करनी होती है। फिजियोथेरेपी एक प्रकार का उपचार है जो भौतिक शक्तियों जैसे गर्मी, बिजली, यांत्रिक दबाव और यांत्रिक बलों के माध्यम से किया जाता है। फिजियोथेरेपिस्ट को मानव शरीर रचना और हड्डियों, मांसपेशियों और तंत्रिकाओं की पेचीदगियों की गहन समझ होती है।
2) बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी क्यों करें? (bachelor of physiotherapy course)
- चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में फिजियोथेरेपी को पुरस्कृत करियर और संतोषजनक करियर माना जाता है।
- जो उम्मीदवार एमबीबीएस का विकल्प नहीं चुनना चाहते हैं, वे बीपीटी का विकल्प चुन सकते हैं।
- BPT का कोर्स करने के बाद आप चाहे तो प्राइवेट जॉब के साथ साथ सरकारी जॉब के लिए भी अप्लाई सकते हैं।
- WHO के मुताबिक इस समय भारत में 5,000 सर्टिफाइड फ़िज़ियोथेरेपिस्ट हैं। अत: इस क्षेत्र में अभी करियर के लिए बहुत संभावनाएं हैं।
3) बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी के लिए आवश्यक स्किल्स
- कम्युनिकेशन स्किल्स
- हाथों के इस्तेमाल में निपुणता
- डिटेल ओरिएंटेड टाइम मैनेजमेंट
- सहनशक्ति
- लॉजिकल रीजनिंग
- क्रिटिकल थिंकिंग
4) बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी स्पेशलाइजेशन
- आर्थोपेडिक फिजियोथेरेपी: आर्थोपेडिक फिजियोथेरेपी कंकाल और कोमल ऊतकों की शारीरिक रचना, फिजियोलॉजी और पैथोलॉजी को कवर करता है। आर्थोपेडिक्स मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम से संबंधित विकारों के प्रबंधन से संबंधित हैं। आर्थोपेडिक्स द्वारा इलाज की जाने वाली कुछ सामान्य समस्याओं में पीठ और गर्दन में दर्द, हिप फ्रैक्चर, ऑस्टियोपोरोसिस, गठिया और बर्साइटिस शामिल हैं।
- न्यूरोलॉजिकल फिजियोथेरेपी: यह एक ऐसी स्पेशलाइजेशन है जो उन लोगों के उपचार से जुड़ी है, जिन्हें शरीर के तंत्रिका और न्यूरोमस्कुलर सिस्टम के भीतर शिथिलता के कारण चलने-फिरने और अन्य कार्यों में समस्या होती है। दिमाग और रीढ़ की हड्डी सहित केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को होने वाली किसी भी क्षति से चलने-फिरने और शरीर के अन्य कार्यों में समस्या होती है। फिजियोथेरेपी की आवश्यकता वाली कुछ न्यूरोलॉजिकल स्थितियों में रीढ़ की हड्डी की चोट, मस्तिष्क की चोट, स्ट्रोक और संतुलन में समस्याएं हैं।
- पीडियाट्रिक फिजियोथेरेपी: यह स्पेशलाइजेशन, एक बच्चे के विकास से संबंधित है। बाल रोग सेरेब्रल पाल्सी और ऑटिज्म जैसे न्यूरोमस्कुलर विकारों वाले बच्चों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए पीडियाट्रिक फिजियोथेरेपी का उपयोग किया जाता है।
- जिरियाट्रिक फिजियोथेरेपी: यह स्पेशलाइजेशन वृद्ध वयस्कों में विकारों से संबंधित है। बुजुर्गों में ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया जैसे विकारों का इलाज इस क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा किया जाता है।
5) बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी के विषय और सिलेबस (bachelor of physiotherapy syllabus)
- सेमेस्टर I
एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, बेसिक नर्सिंग इंग्लिश - सेमेस्टर II
बायोमैकेनिक्स, सोशियोलॉजी, साइकोलॉजी, ओरिएंटेशन फॉर फिजियोथेरेपी - सेमेस्टर III
पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, फार्माकोलॉजी, फर्स्ट एड एंड सीपीआर - सेमेस्टर IV
एक्सरसाइज थैरेपी, इंट्रोडक्शन टू ट्रीटमेंट, ईलेक्ट्रोथेरेपी, क्लिनिकल ऑब्जर्वेशन पोस्टिंग, रिसर्च मेथाडोलॉजी एंड बायोस्टेटिक्स, ओरिएंटेशन फॉर फिजियोथेरेपी - सेमेस्टर V
जनरल मेडिसिन, जनरल सर्जरी, ऑर्थोपेडिक्स , ट्रामेटोलॉजी - सेमेस्टर VI
ऑर्थोपेडिक्स , स्पोर्ट्स फिजीयोथेरेपी , सुपरवाइज्ड रोटेटरी क्लिनिकल ट्रेनिंग , एलाइड थैरेपी - सेमेस्टर VII
न्यूरोलॉजी एंड न्यूरोसर्जरी, कम्युनिटी मेडिसिन, न्यूरो फिजियोलॉजी, कम्युनिटी बेस्ड रिहैबिलिटेशन - सेमेस्टर VIII
सुपरवाइज्ड रोटेट्री क्लिनिकल ट्रेनिंग, एविडेंस बेस्ड फिजियोथेरेपी एंड प्रैक्टिस, एथिक्स, एडमिनिस्ट्रेशन एंड सुपरविजन, प्रोजेक्ट
6) बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज़
- AIIMS दिल्ली
- क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज
- कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज
- मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज
- सेंट जॉन मेडिकल कॉलेज
- आर्म्ड फोर्सेस मेडिकल कॉलेज
- ग्रांट मेडिकल कॉलेज
- इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी
- MS रमैया मेडिकल कॉलेज
- जवाहर इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च
7) जरूरी कोर्सेज के लिए योग्यता (bachelor of physiotherapy eligibility)
- इस कोर्स के लिए ज़रुरी है कि उम्मीदवारों ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से PCM (फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायलॉजी) से 10+2 प्रथम श्रेणी से पास किया हो।
- भारत की कुछ यूनिवर्सिटीज़ प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन स्वीकार करतीं हैं।
- उम्मीदवारों को प्रवेश के समय 17 वर्ष की आयु पूरी करनी चाहिए।
8) भारतीय यूनिवर्सिटीज़ में आवेदन प्रक्रिया
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
9) बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी के लिए प्रवेश परीक्षाएं
- आईपीयू सीईटी: इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (IPU CET) GGSIPU द्वारा आयोजित किया जाता है। विश्वविद्यालय ने बीपीटी और कई अन्य बैचलर कोर्सेज के लिए सीईटी परीक्षा आयोजित की।
- बीसीईसीई: बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगी परीक्षा बोर्ड बिहार सरकार के तहत इंजीनियरिंग, कृषि और मेडिसिन कॉलेजों में विभिन्न कोर्सेज में प्रवेश के लिए बीसीईसीई आयोजित करता है।
- नीट: NEET एक अन्य प्रवेश परीक्षा है जिसे कुछ संस्थानों द्वारा BPT में प्रवेश देने के लिए स्वीकार किया जाता है। प्रवेश के लिए नीट अनिवार्य परीक्षा नहीं है। हालांकि कुछ यूनिवर्सिटीज़ में स्वीकार्य है।
10) बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी के बाद करियर स्कोप
- फिजियोथेरेपिस्ट स्वास्थ्य क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और इसलिए प्रत्येक अस्पताल और स्वास्थ्य क्लिनिक में इसकी आवश्यकता होती है।
- फिजियोथेरेपी में डिग्री प्राप्त करने के बाद एक उम्मीदवार को नौकरी के कई अवसर मिलते हैं जैसे कि वह किसी भी स्वास्थ्य और फिटनेस क्लिनिक में शामिल हो सकता है या एक निजी फिजियोथेरेपिस्ट क्लिनिक शुरू कर सकता है।
- यह देखा गया है कि कई बहुराष्ट्रीय कंपनियां अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए फिजियोथेरेपिस्ट को नियुक्त करती हैं। इसके साथ ही बड़ी संख्या में बोर्डिंग स्कूलों ने अपने-अपने फिजियोथेरेपिस्ट भी रख लिए हैं। यह उनके छात्रों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए किया जाता है।
11) एम्प्लॉयमेंट सेक्टर
कुछ प्रमुख एम्प्लॉयमेंट सेक्टर इस प्रकार हैं-
- अस्पताल और आर्म्ड फोर्सेस हॉस्पिटल्स
- निजी क्लीनिक
- विशेष स्कूल
- स्वास्थ्य केंद्र
- एनजीओ
- आवासीय देखभाल सुविधाएं
- स्पोर्ट्स टीम
- सामुदायिक स्वास्थ्य देखभाल केंद्र
- मेडिकल कॉलेज और विश्वविद्यालय
- रिसर्च लेबोरेट्री
- डोमेस्टिक वॉयलेंस शेल्टर
- नर्सिंग होम
- अल्कोहल एडिक्शन फैसिलिटीस
12) बीपीटी कोर्स के बाद टॉप जॉब प्रोफाइल और वेतन (bachelor of physiotherapy salary)
- फ़िज़ियोथेरेपिस्ट – 3-5 लाख
- डिफेंस मेडिकलस स्टेब्लिशमेंट – 3-5 लाख
- स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट – 2-6 लाख
- कस्टमर सर्विस असिस्टेंट – 2-6 लाख
- रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट – 2-10 लाख
13) निष्कर्ष (Bachelor of physiotherapy kya hota hai?)
इस पोस्ट मे हमने बैचलर Bachelor of physiotherapy kya hota hai? इस टॉपिक पर पूरी जानकारी दी है। इसमें हमने आपको बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी क्या है, बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी क्यों करें, बीपीटी कोर्स के बाद टॉप जॉब प्रोफाइल और वेतन और अन्य कई विषयों पर विस्तार से बताया है।
उम्मीद है कि आपको यह पोस्ट पसंद आई होंगी। इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे, ताकि जो अभ्यर्थी बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी कोर्स करना चाहते हैं, उन लोगों तक यह पोस्ट पहुँच सके, और उनको मदद हो सके।
अपने Bachelor of physiotherapy kya hota hai? तो जान लिया है। इसी के साथ आप हमारी यह पोस्ट बीएमएलटी (BMLT) कैसे करे? पड़े।
14) FAQs ( Bachelor of physiotherapy kya hota hai?)
1) फिजियोथेरेपी कोर्स कितने दिन का होता है?
बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी कोर्स 4 साल का होता है।
2) फिजियोथेरेपी डिग्री में क्या होता है?
फिजियोथेरेपी एक प्रकार का उपचार है जो भौतिक शक्तियों जैसे गर्मी, बिजली, यांत्रिक दबाव और यांत्रिक बलों के माध्यम से किया जाता है। इस डिग्री के अंतर्गत मानव शरीर रचना और हड्डियों, मांसपेशियों और तंत्रिकाओं की पेचीदगिया आदि शामिल होते हैं।
3) फिजियोथेरेपी में कौन सा कोर्स सबसे अच्छा है?
बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी या बीपीटी एक अंडरग्रेजुएट कोर्स है जो मानव शरीर की संरचना से संबंधित है। इस कोर्स की अवधि चार वर्ष है और एक बार कार्यक्रम की अवधि समाप्त हो जाने के बाद, छात्रों को छह महीने की इंटर्नशिप पूरी करनी होती है। फिजियोथेरेपी में यह एक बेहतरीन कोर्स है।
4) फिजियोथेरेपिस्ट डॉक्टर कैसे बन सकता है?
फिजियोथेरेपिस्ट डॉक्टर बनने के लिए आप 4 साल के bachelor of physiotherapy course in Hindi कर सकते हैं।
यह भी पड़े : – DMLT course details in hindi
यह भी पड़े : – Sarkari doctor kaise bane?
यह भी पड़े : – Neurosurgeon kaise bane?
यह भी पड़े : – Dermatologist kaise bane?
यह भी पड़े : – BDS kya hota hai?
यह भी पड़े : – पशु चिकित्सक कैसे बने?
Be First to Comment