नमस्कार दोस्तो! आज का हमारा टॉपिक है, केमिकल इंजीनियरिंग का कोर्स कैसे करे? (Chemical engineer kya hota hai?) आज के समय में केमिकल की डिमांड कई फील्ड्स में काफी बढ़ गई है। इस कारण इस क्षेत्र में करियर की भी अपार संभावनाएं बढ़ गई हैं। दरअसल ये ऐसी फील्ड है जो रॉ मेटीरियल्स को यूजफुल प्रॉडक्ट्स में बदलने के लिए केमिकल प्रोसेस का डेवलेपमेंट करता है। रोजमर्रा की जिंदगी में केमिकल के बढ़ते हुए महत्व की वजह से ही केमिकल इंजीनियरिंग के कोर्सेज की डिमांड छात्रों के बीच काफी ज्यादा है। खास बात ये है कि केमिकल इंजीनियर का कोर्स करने के बाद सरकारी और कई बड़ी कंपनियों में मोटी सैलरी पर नौकरी मिल जाती है।
केमिकल इंजीनियरिंग शानदार करियर के लिए काफी अच्छा ऑप्शन है। इस फील्ड में सरकारी और प्राइवेट जॉब्स की भरमार होती है. केमिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा से लेकर डिग्री लेवल तक के कोर्स किए जा सकते हैं। अगर आप भी केमिकल इंजीनियरिंग करना चाहते हैं, तो इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े। इस पोस्ट मे आपको आपके सभी सवालों के जवाब प्राप्त होंगे।इस पोस्ट मे ( केमिकल इंजीनियरिंग का कोर्स कैसे करे?) निम्नलिखित विषयों पर बात करेंगे।
1) केमिकल इंजीनियरिंग मे क्या होता है? (Chemical engineer kya hota hai)
2) केमिकल इंजीनियर के काम (work of chemical engineer)
3) केमिकल इंजीनियरिंग में डिग्री से लेकर करें डिप्लोमा कोर्स
4) केमिकल इंजीनियरिंग के लिए एंट्रेंस टेस्ट
5) केमिकल इंजीनियरिंग के लिए कॉलेज
6) प्राइवेट और सरकारी विभागों में केमिकल इंजीनियर की जॉब के लिए करें अप्लाई
7) इन सरकारी और प्राइवेट कंपनियों में निकलती हैं केमिकल इंजीनियर की जॉब (chemical engineer jobs in india)
8) केमिकल इंजीनियरिंग सैलरी (chemical engineer salary)
9) निष्कर्ष
10) FAQs
आईये इन सब विषयों पर विस्तार से बात करते हैं।
1) केमिकल इंजीनियरिंग मे क्या होता है? (how to become chemical engineer)
केमिकल इंजीनियरिंग ऐसी फील्ड है जो रॉ मेटीरियल्स को यूजफुल प्रॉडक्ट्स में बदलने के लिए केमिकल प्रोसेस का डेवलेपमेंट करता है। रोजमर्रा की जिंदगी में केमिकल के बढ़ते हुए महत्व की वजह से ही केमिकल इंजीनियरिंग के कोर्सेज की डिमांड छात्रों के बीच काफी ज्यादा है। खास बात ये है कि केमिकल इंजीनियर का कोर्स करने के बाद सरकारी और कई बड़ी कंपनियों में मोटी सैलरी पर नौकरी मिल जाती है।
2) केमिकल इंजीनियर के काम (work of chemical engineer)
- केमिकल इंजीनियर का मेन काम केमिकल प्रॉडक्ट्स बनाने के लिए केमिकल प्लांट्स और इक्विपमेंट्स की डिजाइनिंग करना, सुपरविजन करना और कंस्ट्रक्शन और इंस्टॉलेशन करना है।
- इसके साथ ही केमिकल इंजीनियर नई ड्रग्स की डिसकवरी के लिए बायो-टेक फर्म्स और डेवलेपमेंट एक्टिविटीज से जुड़े कार्य करते हैं।
- इतना ही नहीं ये प्रोफेशनल्स पेट्रोलियम रिफाइनिंग, फर्टिलाइजर टेक्नोलॉजी, फूड प्रोसेसिंग, पेंट्स एंड डाइज, रिसाइक्लिंग मेटल्स, मिनरल बेस्ड इंडस्ट्री और कास्मेटिक इंडस्ट्री में अच्छी सैलरी पर नौकरी कर सकते हैं।
3) केमिकल इंजीनियरिंग में डिग्री से लेकर करें डिप्लोमा कोर्स
- डिप्लोमा कोर्से – 10वीं और 12वीं के बाद केमिकल इंजीनियरिंग में पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कर सकते हैं । ये कोर्स 3 वर्ष का होता है।
- UG कोर्स इन केमिकल इंजीनियरिंग- साइंस स्ट्रीम से 12वीं पास करने के बाद केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक का कोर्स किया जा सकता है। इसकी अवधि 4 साल की होती है।
- PG कोर्स इन केमिकल इंजीनियरिंग – बीटेक कंपलीट करने के बाद केमिकल इंजीनियरिंग में MTech कर सकते हैं। इस कोर्स की अवधि 2 साल की होती है।
- केमिकल इंजीनियरिंग में PhD कोर्स – अगर आप डॉक्टोरल डिग्री करना चाहते हैं तो केमिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी कर सकते हैं। इसके लिए आपके पास पोस्टग्रेजुएट डिग्री होनी चाहिए।
4) केमिकल इंजीनियरिंग के लिए एंट्रेंस टेस्ट
वैसे तो हर इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट केमिकल इंजीनियरिंग कराता है अलग अलग इंस्टीट्यूट्स के अपने स्तर की प्रवेश परीक्षा होती हैं। इसके अलावा स्टेट लेवल और नेशनल लेवल के एंट्रेंस एग्जाम पास करके देश के टॉप इंस्टीट्यूट्स में केमिकल इंजीनियरिंग के कोर्स में एडमिशन मिल जाता है।
- बीटेक के लिए एग्जाम
1 ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम – मेन
2 ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम – एडवांस्ड
3 वीआईटी इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम
4 दी महाराष्ट्र कॉमन एंट्रेंस टेस्ट
5 उत्तर प्रदेश राज्य एंट्रेंस एग्जाम
6 बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस एडमिशन टेस्ट - MTech के लिए एग्जाम
1 वीआईटी यूनिवर्सिटी मास्टर्स एंट्रेंस एग्जाम
2 ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग
3 बिड़ला इंस्टिट्यूटऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड साइंस हायर डिग्री एग्जाम
5) केमिकल इंजीनियरिंग के लिए कॉलेज
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, मद्रास
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, बॉम्बे
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, खड़गपुर
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, दिल्ली
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, कानपुर
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, रुड़की
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, गुवाहाटी
- अन्ना यूनिवर्सिटी, चेन्नई
- जादवपुर यूनिवर्सिटी, कोलकाता
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी हैदराबाद, हैदराबाद
6) प्राइवेट और सरकारी विभागों में केमिकल इंजीनियर की जॉब के लिए करें अप्लाई
देश में कई स्वदेशी केमिकल इंडस्ट्रीज और मल्टीनेशनल कंपनीज में केमिकल इंजीनियर को अच्छी सैलरी पर नौकरी मिल जाती है। फ्रेशर को आसानी से केमिकल इंजीनियर के तौर पर 20 से 25 हजार प्रतिमाह की नौकरी मिल जाती है। वहीं एक्सपीरियंग के बाद सैलरी हाईक भी होती है। केमिकल इंजीनियरिंग करने के बाद ऑयल एंड गैस इंडस्ट्रीज, फ़ूड इंडस्ट्रीज, एनर्जी इंडस्ट्रीज, केमिकल एंड अलाइड प्रोडक्ट्स, यूटिलिटी कंपनीज, फार्मास्यूटिकल्स, गवर्मेंट डिपार्टमेंट्स में नौकरी के लिए अप्लाई किया जा सकता है।
7) इन सरकारी और प्राइवेट कंपनियों में निकलती हैं केमिकल इंजीनियर की जॉब (chemical engineer jobs in india)
- हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड
- भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड
- इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड
- गेल लिमिटेड
- एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड आदि ।
इन कंपनियों मे समय-समय पर केमिकल इंजीनियरिंग के पद पर भर्ती निकालती हैं।
इनके अलावा कई फार्मा कंपनियां है, जैंसे – - पिरामल हेल्थकेयर लिमिटेड
- रनबैक्सी लेबोरेटरीज लिमिटेड
- फिजर इंक
- निरमा
इन कंपनियों में केमिकल इंजीनियर के पद पर वैकेंसी निकलती रहती है।
8) केमिकल इंजीनियरिंग सैलरी (chemical engineer salary)
फ्रेशर को आसानी से केमिकल इंजीनियर के तौर पर 20 से 25 हजार प्रतिमाह की नौकरी मिल जाती है। वही अनुभव के साथ इनकी सैलरी में बढ़ोत्तरी होती रहती हैं।
आपकी सैलरी इस बात पर निर्भर करती है कि, आप का काम क्या है और आपकी कंपनी। जितनी बड़ी कंपनी होंगी, और जितनी बड़ी आपकी उस कंपनी मे पोस्ट होंगी, उतनी ज्यादा आपकी सैलरी भी होंगी।
निष्कर्ष (Chemical engineer kya hota hai)
इस पोस्ट मे हमने केमिकल इंजीनियरिंग का कोर्स कैसे करे? इस टॉपिक पर पूरी जानकारी दी है। इस मे हमने आपको केमिकल इंजीनियरिंग क्या होता है, केमिकल इंजीनियर के काम इनकी सैलरी और अन्य कई महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से बताया है।
उम्मीद है कि आपको यह पोस्ट पसंद आई होंगी। इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे, ताकि जो अभ्यर्थी केमिकल इंजीनियरिंग करना चाहते हैं, उन लोगों तक यह पोस्ट पहुँच सके, और उनको मदद हो सके।
अपने केमिकल इंजीनियरिंग का कोर्स कैसे करे? तो जान लिया है | इसी के साथ आप हमारी यह पोस्ट Software engineer kaise bane? पड़े।
FAQs (Chemical engineer kya hota hai)
1) केमिकल इंजीनियरिंग मे क्या होता है? (Chemical engineer kya hota hai)
केमिकल इंजीनियरिंग ऐसी फील्ड है जो रॉ मेटीरियल्स को यूजफुल प्रॉडक्ट्स में बदलने के लिए केमिकल प्रोसेस का डेवलेपमेंट करता है।
2) केमिकल इंजीनियर के काम (work of chemical engineer)
- केमिकल इंजीनियर का मेन काम केमिकल प्रॉडक्ट्स बनाने के लिए केमिकल प्लांट्स और इक्विपमेंट्स की डिजाइनिंग करना, सुपरविजन करना और कंस्ट्रक्शन और इंस्टॉलेशन करना है।
- इसके साथ ही केमिकल इंजीनियर नई ड्रग्स की डिसकवरी के लिए बायो-टेक फर्म्स और डेवलेपमेंट एक्टिविटीज से जुड़े कार्य करते हैं।
- इतना ही नहीं ये प्रोफेशनल्स पेट्रोलियम रिफाइनिंग, फर्टिलाइजर टेक्नोलॉजी, फूड प्रोसेसिंग, पेंट्स एंड डाइज, रिसाइक्लिंग मेटल्स, मिनरल बेस्ड इंडस्ट्री और कास्मेटिक इंडस्ट्री में अच्छी सैलरी पर नौकरी कर सकते हैं।
3) केमिकल इंजीनियर की सैलरी (chemical engineer salary)
फ्रेशर को आसानी से केमिकल इंजीनियर के तौर पर 20 से 25 हजार प्रतिमाह की नौकरी मिल जाती है। वही अनुभव के साथ इनकी सैलरी में बढ़ोत्तरी होती रहती हैं।
4) UG कोर्स में केमिकल इंजीनियरिंग के लिए क्या योग्यता चाहिए?
UG कोर्स इन केमिकल इंजीनियरिंग- साइंस स्ट्रीम से 12वीं पास करने के बाद केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक का कोर्स किया जा सकता है। इसकी अवधि 4 साल की होती है।
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