JE kaise bane? | जानिए Junior engineer की सैलरी, चयन प्रक्रिया, योग्यता और कार्य

नमस्कार दोस्तो! आज का हमारा टॉपिक है, JE कैसे बने? JE kaise bane? इंजीनियरिंग एक जाना पहचाना सेक्टर है, हर साल लाखों बच्चे अलग-अलग स्पेशालाईजेशन करके इंजीनियर बनते हैं, और इसी फील्ड में अपना करियर बनाते हैं। लेकिन बात जब JE यानी की जूनियर इंजीनियर की है तो यह नॉर्मल इंजीनियरिंग यानी BE या BTech से अलग होता है। 

आप बहुत बार सुनते होंगे की JE की भर्ती निकली है, पर क्या आप जानते है कि, JE क्या होता है? तो इस आर्टिकल मे हम JE  बनने के लिए क्या-क्या करना पड़ता है, यह सब बताने जा रहे हैं। इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े, ताकि आपको आपके सभी सवालों के जवाब मिल सके।

इस पोस्ट मे ( JE कैसे बने? Junior Engineer Kaise Bane? ) निम्नलिखित विषयो पर बात करेंगे।

1) JE क्या होता है? (junior engineer in hindi)
2) JE के कार्य
3) JE बनने के लिए योग्यता (junior engineer eligibility)
4) JE कैसे बने? (JE kaise bane?)
5) JE एक्जाम पैटर्न
6) JE सिलेक्शन प्रोसेस
7) JE का प्रमोशन कैसे होता है?
8) JE की सैलरी (junior engineer salary)
9) निष्कर्ष
10) FAQs

आईये इन सब विषयो पर विस्तार से जानते है।

1) JE क्या होता है? (junior engineer in hindi)

JE एक सरकारी पद है, जो ग्रुप- सी मे आता है। लगभग हर सरकारी विभाग में JE की पोस्ट होती है। जैसे, रेल्वे, बिजली विभाग, PWD।

इसके अलावा GAIL, BHEL, INDIAN OIL मे भी इनकी जरूरत होती हैं। और इसके अलावा प्राईवेट कंपनिया जैसे रिलायंस, टाटा मोटर्स भी JE  की नियुक्ति करते हैं।

2) JE के कार्य (JE work)

  • JE अपने  डिपार्टमेंट में टेक्निकल सेक्शन का आधारस्तंभ होता है। यानी आप अगर PWD मे जूनियर इंजीनियर है तो, आपको पानी की पाईप लाईन बिछाने , भवनों की रखरखाव की परियोजना से जुड़े काम मिलते हैं।
  • रेल्वे के जूनियर इंजीनियर रेल लाईन की देखरेख गाडियो के परिचालन की देखरेख जैसे काम करते है।
  • JE का काम डिप्लोमा की स्ट्रीम और विभाग की जरूरतों पर भी निर्भर करता है।
  • यानी सिविल ब्रांच से डिप्लोमा किए उम्मीदवार को भवनों की जिम्मेदारी, कंप्यूटर ब्रांच वाले को अपने क्षेत्र से जुड़ी जिम्मेदारी और ओटोमोबाइल वाले को वाहनो से संबंधित कार्य सौपें जाते है।
  • मुख्य रूप से JE का काम किसी योजना की प्लानिंग , संचालन और सुपरवाईज करना होता है, यह इन परियोजनाओ के लागत और खर्चे पर भी ध्यान रखते हैं।

3) JE बनने के लिए योग्यता (junior engineer eligibility)

  • जूनियर इंजीनियर बनने के लिए कम से कम 10 वी पास होना चाहिए।
  • उसके बाद आपको पॉलीटेक्निक जूनियर इंजीनियरिंग का कोर्स करना होता है। यह कोर्स तीन साल का होता है।
  • इसमे आप  ऑटोमोबाइल , कंप्यूटर, मैकेनिकल , केमिकल, टेक्सटाईल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, माईनिंग जैसी बहुत सी ब्रांचेस होती है। यानी हर वो ब्रांच जिसमे इंजीनियरिंग की ग्रोथ होती हैं।
  • इन मे से कोई भी कोर्स आप कर सकते हैं। आप चाहे तो, 12 वी के बाद भी यह कोर्स कर सकते हैं। 12 वी के बाद यह कोर्स 2 साल के लिए होता है।
  • JE बनने के लिए उम्मीदवार की आयु न्यूनतम 18 वर्ष से अधिकतम 32 वर्ष तक होनी चाहिए।
  • आरक्षित वर्गो के उम्मीदवारों को सरकारी नियमो के अनुसार छुट दी जाती हैं।

4) JE कैसे बने? (JE kaise bane?)

  • जूनियर इंजीनियरिंग में मिनिमम क्वालीफिकेशन होती है,  पॉलीटेक्निक से इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करना।
  • आप यह डिप्लोमा अगर 10 वी के बाद करते हैं, तो 3 साल का होता है, और 12 वी के बाद 2 साल का होता है।
  • इसमे आप  ऑटोमोबाइल , कंप्यूटर, मैकेनिकल , केमिकल, टेक्सटाईल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, माईनिंग जैसी बहुत सी ब्रांचेस होती है। जिसमे आप डिप्लोमा कर सकते हैं।
  • JE की पोस्ट पाने के लिए आप कई तरह के एक्जाम दे सकते हैं। जैसे कि SSC JE और अलग-अलग डिपार्टमेंट की तरफ से कंडक्ट किए जाने वाले एक्जाम।
  • JE अपने फील्ड से जुड़ी तकनीकी काम देखती है।
  • इनका मुख्य काम परियोजनाओ की प्लानिंग, उनको सही ढंग से लागू करवाना और सुपरवाईज करना होता है।
  • लगभग हर सरकारी विभाग में JE की पोस्ट होती हैं।

5) JE एक्जाम पैटर्न (JE exam pattern)

JE बनने के लिए इंट्रांस एक्जाम देना होता है। हर डिपार्टमेंट में जूनियर इंजीनियर की पोस्ट होती हैं, इसलिए JE बनने के लिए इंट्रांस एक्जाम भी अलग-अलग होते हैं।

  • इसके लिए एक तो SSC JE एक्जाम होता है। इसके अलावा डिपार्टमेंट भी अपनी तरफ से अलग से इंट्रेस् एक्जाम ले सकती हैं।
  • अगर SSC JE एक्जाम की बात करे तो, JE एक्जाम पैटर्न के दो चरण होते है।
  • पेपर एक ऑब्जेक्टिव टाईप होता है, इसमे कुल 200 प्रश्न होते हैं। हर प्रश्न के लिए 1 अंक निर्धारित होता है।
  • पेपर एक क्वालीफाई करने वाले पेपर दो मे बैठ सकते हैं। इसमे आपके सब्जेक्ट के अलावा जनरल अवेरनेस, रिजनिंग जैसे विषयो की तैयारी करनी पड़ती है।
  • पेपर दो सब्जेक्टिव टाईप होता है, यह 300 नंबर के लिए होता है, इसमे आपकी इंजीनियरिंग स्ट्रीम से जुड़े सवाल होते हैं।
  • दोनों पेपर के लिए 2-2 घंटों का समय मिलता है। आप  हिंदी या अंग्रेजी किसी एक भाषा में पेपर दे सकते हैं।

6) JE सिलेक्शन प्रोसेस (JE selection process)

प्राईवेट कंपनिओ मे सिलेक्शन प्रोसेस होते हैं, इसमे ज्यादातर आपको एकेडमिक्स और इंटरव्यू के बेस पर जोईनिंग मिल जाती हैं। जरूरी होने पर टेक्निकल स्किल के एक्जाम भी होते हैं।

सरकारी विभाग या PSU के सिलेक्शन प्रोसेस थोड़े अलग होते हैं। समय-समय पर विभागों की तरफ से JE की वेकेंसी नुकलती है। इसमे सबसे पहले आपको ऑनलाइन फॉर्म भरकर जरूरी डॉक्यूमेंट जैसे- मार्कशीट, आईडी कार्ड, फोटो के साथ जमा करना पड़ता है। फॉर्म भरने के बाद एक्जाम सेंटर और एडमिट कार्ड जारी कर दिए जाते है।

सबसे पहले लिखित परीक्षा होती हैं। लिखित परीक्षा पास करने वालो का इंटरव्यू होता हैं, और सिलेक्ट होने वालो के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होते हैं। इसके बाद मेरिट लिस्ट बनती हैं, जिसमे चुने हुए उम्मीदवारों की घोषणा की जाती हैं।

यह बेसिक जानकारी दी है, स्टेट या डिपार्टमेंट के हिसाब से  एक्जाम पैटर्न और सिलेक्शन प्रोसेस मे बदलाव हो सकते हैं।

7) JE का प्रमोशन कैसे होता है?

JE के पद पर 10 से 15 साल अच्छे से काम करने के बाद आपका प्रमोशन होकर आपको Senior Section Engineer की पोस्ट मिलती है।

इसमे कुछ सालों बाद फिर से प्रमोशन होकर एक्जिक्युटिव इंजीनियर की पोस्ट पर नियुक्ति होती हैं।

यदि आप डिपार्टमेंट लेवल पर होने वाले एक्जाम क्लियर कर ले, तो 4 से 5 साल में ही पहला प्रमोशन मिल जाता है।

8) JE की सैलरी (junior engineer salary)

आप अगर केंद्र सरकार के अंडर काम करते हो, तो आपको लगभग एक लाख के करीब सैलरी मिलती हैं। राज्य स्तर पर जूनियर इंजीनियर की सैलरी कम से कम 35000 से 55000 रुपए प्रतिमाह (junior engineer per month salary) तक होती हैं।

इसके अलावा दोनों मे DA, TA, हाउस रेंट, मेडिकल, स्पेशल अलाउंस जैसी सुविधाएँ भी मिलती है।

9) निष्कर्ष – JE kaise bane

इस पोस्ट मे हमने JE कैसे बने? JE kaise bane?  इस टॉपिक पर पूरी जानकारी दी है। इसमे हमने आपको JE क्या होता है, JE के कार्य, JE बनने के लिए योग्यता, JE कैसे बने, JE एक्जाम पैटर्न, JE सिलेक्शन प्रोसेस, JE का प्रमोशन कैसे होता है, JE की सैलरी इन सब विषयों पर विस्तार से बताया है।

उम्मीद है कि आपको यह पोस्ट(JE kaise bane) पसंद आई होगी। इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे, ताकि जो अभ्यर्थी जी बनना चाहते है, उन लोगों तक यह पोस्ट पहुँच सके और उनको मदद हो सके।

अपने JE Kaise Bane? तो जान लिया है | इसी के साथ आप हमारी यह पोस्ट Film Director Kaise Bane पड़े।

10) FAQs(JE कैसे बने? JE Kaise Bane?)

1) JE का फुल फॉर्म क्या होता है?
JE का फुल फॉर्म Junior Engineer ( जूनियर इंजीनियर) होता है।

2) JE बनने के लिए शैक्षणिक योग्यता क्या चाहिए?
JE बनने के लिए 10 या 12 वी के बाद पॉलीटेक्निक डिप्लोमा करना पड़ता है।

3) JE बनने के लिए उम्मीदवार की आयु सीमा क्या चाहिए?
JE बनने के लिए उम्मीदवार की आयु न्यूनतम 18 वर्ष से अधिकतम 32 वर्ष तक होनी चाहिए। आरक्षित वर्गो के उम्मीदवारों को सरकारी नियमो के अनुसार छुट दी जाती हैं।

4) केंद्र सरकार के अंडर काम करने वाले जूनियर इंजीनियर की सैलरी कितनी होती हैं?
आप अगर केंद्र सरकार के अंडर काम करते हो, तो आपको लगभग एक लाख के करीब सैलरी मिलती हैं।

5) राज्य स्तर पर काम करने वाले जूनियर इंजीनियर की सैलरी कितनी होती हैं?
राज्य स्तर पर जूनियर इंजीनियर की सैलरी कम से कम 35000 से 55000 रुपए प्रतिमाह तक होती हैं।

6) जूनियर इंजीनियर को सैलरी के अलावा क्या क्या सुविधाएँ मिलती हैं?
जूनियर इंजीनियर को सैलरी के अलावा दोनों मे DA, TA, हाउस रेंट, मेडिकल, स्पेशल अलाउंस जैसी सुविधाएँ भी मिलती है।  

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