Astronaut Kaise Bane? | Astronaut बनने के लिए क्या करना पड़ता है | कैसे मिलती है NASA में नौकरी जानिए पूरी जानकारी

आज का हमारा टॉपिक है, Astronaut Kaise Bane? हर व्यक्ति का सपना कुछ बड़ा करके दिखाने का होता है, हर किसी की अपनी एक अलग चाह होती हैं, कोई आर्मी मे जॉइन होकर देश की सेवा करना चाहते हैं, तो कोई डॉक्टर बनकर लोगो का दर्द कम करना चाहते हैं, और किसी को अंतरिक्ष में उड़ान भरकर चाँद-तारो को करीब से देखना होता है।

आज के आर्टिकल मे हम आपको आप अस्ट्रोनॉट कैसे बन सकते हैं, इससे जुड़ी जानकारी देने वाले है, इसमे हम आपको अंतरिक्ष यात्री कैसे बने, अस्ट्रोनॉट क्या होता है, अस्ट्रोनॉट बनने के लिए योग्यता, अस्ट्रोनॉट बनने के लिए सिलेक्शन प्रोसेस, अस्ट्रोनॉट के काम और अन्य कई विषयो पर बताने वाले है। इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े, ताकि आपको आपके सभी सवालों के जवाब मिल सके।

इस पोस्ट मे ( Astronaut Kaise Bane?) निम्नलिखित विषयो पर बात करेंगे।

1) Astronaut क्या होता है? (astronaut meaning in hindi)
2) अस्ट्रोनॉट का काम क्या होता है?
3) अस्ट्रोनॉट बनने के लिए योग्यता
4) अस्ट्रोनॉट सिलेक्शन प्रोसेस
5) अस्ट्रोनॉट बनने के लिए आवेदन प्रक्रिया
6) अंतरिक्ष में जाने के लिए कैसी तैयारी करवाई जाती हैं?
7) अस्ट्रोनॉट की सैलरी
8) निष्कर्ष
9) FAQs

आईये इन सब विषयो पर विस्तार से बात करते हैं।

1) Astronaut क्या होता है? (astronaut meaning in hindi)

अस्ट्रोनॉट एक विज्ञानिक होता है, जो अंतरिक्ष में यात्रा करता है। वह धरती के बाहर मौजूद गृहों, उपग्रहों, उच्चकाशीय स्थानों और अंतरिक्ष स्टेशन पर जाते है। अंतरिक्ष यात्रीयों को मानव अंतरिक्ष यान द्वारा प्रशिक्षित , सुसज्जित और एक अंतरिक्ष यान पर तैनात किया जाता है। वह चालक या कमांडर के सदस्य के रूप में कार्य करते हैं, और अंतरिक्ष मिशनों को सफलतापूर्वक संपादित करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। उन्हे खास तरीके से तैयार किया जाता है, ताकि वह सफलतापूर्वक काम कर सके।

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2) अस्ट्रोनॉट का काम क्या होता है? (astronaut job description)

अस्ट्रोनॉट को काफी महत्वपूर्ण और चुनोतीपूर्णचुनोतीपूर्ण काम करने होते हैं, जैसे कि-

  • अस्ट्रोनॉट का मुख्य काम अंतरिक्ष में यात्रा करने और वहा के परिवेश, ग्रह, उपग्रह, तारे आदि का अध्ययन करना होता है।
  • अस्ट्रोनॉट पर अंतरिक्ष यान को सही से चलाना, मैनेज करना और मरम्मत करने की जिम्मेदारी रहती है।
  • अस्ट्रोनॉट को कभी-कभी अंतरिक्ष स्टेशन पर जाकर वहा की सुविधा, सुरक्षा, संसाधन, संचार, समस्या आदि पर काम करना पड़ता है।
  • एक अस्ट्रोनॉट को अंतरिक्ष में विभिन्न प्रकार के वैज्ञानिक प्रयोग करने पड़ते हैं, जैसे कि प्रकाश, पौधे, पदार्थ, मौसम पर रिसर्च आदि।
  • अस्ट्रोनॉट को अपने मिशन , समस्या, प्रतिक्रिया, डेटा आदि के बारे में कंप्यूटर के माध्यम से पृथ्वी पर अपनी टीम से संपर्क बनाए रखना होता है।
  • अंतरिक्ष यात्री को स्पेस शटल या अंतरिक्ष स्टेशन पर उपग्रहों की मरम्मद करनी पड़ती है, इसमें स्पेस यान की देखभाल, टूल्स का उपयोग और सुरक्षा की जांच करनी होती हैं।

3) अस्ट्रोनॉट बनने के लिए योग्यता

  • अस्ट्रोनॉट बनने के लिए सबसे पहले 12 वी कक्षा सायंस स्ट्रीम से पास करनी होगी।
  • 12 वी के बाद बियोलॉजीकल सायंस, कंप्यूटर सायंस, इंजिनियरिंग, फिजिकल सायंस या गणित में बैचलर डिग्री करनी होगी।
  • इसके साथ ही आपको कम से कम 3 साल का प्रोफेशनल अनुभव होना चाहिए, यदि आपके पास 1 घंटे तक का जेट विमान में पायलट-इन-कमांड का अनुभव है, तो भी आप अस्ट्रोनॉट बनने के लिए योग्य है।
  • इसके बाद आपको नासा की अस्ट्रोनॉट फिजिकल एक्जाम पास करनी पड़ेगी।
  • अस्ट्रोनॉट बनने के लिए आपके पास स्कूबा डायविंग, फॉरेस्ट संबंधित अनुभव, लीडरशिप का अनुभव , भाषाओं की समझ विशेषकर रूपी भाषाओं की समझ यह सब स्किल आपके पास होने जरूरी है।

4) अस्ट्रोनॉट सिलेक्शन प्रोसेस

अस्ट्रोनॉट बनने के लिए सबसे पहले HR द्वारा प्रत्येक आवेदक की बेसिक योग्यताओं की जांच की जाती है। यह जांच एक अस्ट्रोनॉट रेटिंग पेनल करता है, जिसमे 50 लोग शामिल होते हैं, हजारो अवेदको मे से कुछ आवेदको का ही सिलेक्शन होता है, और इसके बाद इनको मेडिकल स्क्रिनिंग और इंटरव्यू से गुजरना पड़ता है।

इसमें टॉप 50 उम्मीदवारो का सिलेक्शन किया जाता है। जिन्हे दूसरे राउंड के साथ-साथ फिर से मेडिकल स्क्रिनिंग एक्जाम देना होता है। अब 50 लोगो के समूह में से फायनल अंतरिक्ष यात्री उम्मीदवारो का सिलेक्शन होता है।

सिलेक्टेट उम्मीदवारो को उड़ान संचालन निदेशालय ( Flight Operation Directorate) के प्रमुख और अस्ट्रोनॉट कार्यालय के प्रमुख की तरफ से कॉल किया जाता है। उम्मीदवारो को अपने चयन की बात केवल अपने परिवार से ही साझा करनी होती है, और किसी से नही।जब तक नासा अधिकारिक घोषणा नही कर देता , नासा आम तौर पर नए उम्मीदवारो के चयन की घोषणा के लिए एक न्यूज़ काँफ्रेंस आयोजित करता है, और पत्रकारों को नए अस्ट्रोनॉट क्लास के बारे में प्रश्न पूछने के लिए आमंत्रित करता है। फिर उम्मीदवारो को ट्रेनिंग दी जाती हैं, जिसके चलते उन्हे कई महीनों तक बाहरी दुनिया से बात करने का भी समय नही मिलता।

5) अस्ट्रोनॉट बनने के लिए आवेदन प्रक्रिया

अंतरिक्ष यात्री बनने के लिए आपको कुछ शैक्षणिक, शारीरिक और स्वास्थ संबंधी योग्यताओं को पुरा करना होता है। आपके पास कम से कम 1000 घंटे का पायलट का अनुभव होना चाहिए। अस्ट्रोनॉट बनने के लिए आपको NASA ( National Aeronautics and Space Administration) या ISRO ( Indian Space Research Organization ) मे अंतरिक्ष यात्री के रूप में अप्लाई करना होगा।

ISRO मे समय-समय पर Gaganyaan ( India’s first manned space mission) के लिए वैकैंसि निकाली जाती हैं, जब भी ISRO Astronaut वैकैंसि के लिए नोटिफिकेशन जारी करता है, तब आपको अप्लाई करना होगा।

6) अंतरिक्ष में जाने के लिए कैसी तैयारी करवाई जाती हैं?

स्पेस में यात्रा करने से पहले अंतरिक्ष यात्रियो को थोड़ी देर के लिए भारहीनता का अनुभव करवाया जाता हैं, इससे देखा जाता है कि, उनका दिमाग किस तरह काम करता है। इस टेस्ट में पैराबोलिक उड़ाने उपयोगी होती हैं। जिसमे धरती पर मौजूद गुरुत्वाकर्षण को थोड़ी देर के लिए खत्म किया जाता हैं।

7) अस्ट्रोनॉट की सैलरी (astronaut salary)

एक अस्ट्रोनॉट की सैलरी अलग-अलग फैक्टर पर निर्भर करती हैं , जैसे कि उनकी नागरिकता, योग्यता, कार्यालय और संघटन जिनके लिए वह काम करते हैं।

NASA मे अस्ट्रोनॉट की सैलरी सालाना 66000 डॉलर से 150000 डॉलर तक होती है, जो की लगभग रु 48 लाख से रु 1. 18 करोड़ के बराबर होती हैं।

8) निष्कर्ष – Astronaut Kaise Bane?

इस पोस्ट मे हमने how to become astronaut in india? इस टॉपिक पर पूरी जानकारी दी है, इसमें हमने आपको Astronaut क्या होता है, अस्ट्रोनॉट का काम क्या होता है, अस्ट्रोनॉट बनने के लिए योग्यता, अस्ट्रोनॉट सिलेक्शन प्रोसेस, अस्ट्रोनॉट बनने के लिए आवेदन प्रक्रिया, अंतरिक्ष में जाने के लिए कैसी तैयारी करवाई जाती हैं, अस्ट्रोनॉट की सैलरी इन सब विषयो पर विस्तार से बताया है।

उम्मीद है कि आपको यह पोस्ट पसंद आई होगी। इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे, ताकि जो अभ्यर्थी अस्ट्रोनॉट बनना चाहते है, उन लोगों तक यह पोस्ट पहुँच सके, और उनके सपनो की उड़ान भरने में उनकी मदद हो सके।

अपने Astronaut Kaise Bane? तो जान लिया है | इसी के साथ आप हमारी यह पोस्ट JE Kaise Bane? पड़े।

9) FAQs (Astronaut Kaise Bane?)

1) अस्ट्रोनॉट क्या होता है?
अस्ट्रोनॉट एक विज्ञानिक होता है, जो अंतरिक्ष में यात्रा करता है। वह धरती के बाहर मौजूद गृहों, उपग्रहों, उच्चकाशीय स्थानों और अंतरिक्ष स्टेशन पर जाते है।

2) अस्ट्रोनॉट बनने के लिए शैक्षणिक योग्यता क्या चाहिए?
12 वी के बाद बियोलॉजीकल सायंस, कंप्यूटर सायंस, इंजिनियरिंग, फिजिकल सायंस या गणित में बैचलर डिग्री करनी होगी। इसके साथ ही आपको कम से कम 3 साल का प्रोफेशनल अनुभव होना चाहिए, यदि आपके पास 1 घंटे तक का जेट विमान में पायलट-इन-कमांड का अनुभव है, तो भी आप अस्ट्रोनॉट बनने के लिए योग्य है।

3) अस्ट्रोनॉट बनने के लिए उम्मीदवार की उचाई कितनी चाहिए?
अस्ट्रोनॉट बनने के लिए आपकी उचाई 5 फीट 2 इंच होनी चाहिए।

4) अस्ट्रोनॉट की सैलरी कितनी होती हैं?
एक अस्ट्रोनॉट की सैलरी अलग-अलग फैक्टर पर निर्भर करती हैं , जैसे कि उनकी नागरिकता, योग्यता, कार्यालय और संघटन जिनके लिए वह काम करते हैं। NASA मे अस्ट्रोनॉट की सैलरी सालाना 66000 डॉलर से 150000 डॉलर तक होती है, जो की लगभग रु 48 लाख से रु 1. 18 करोड़ के बराबर होती हैं।  

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